मुन्ना बक्श के साथ संवाददाता ओमप्रकाश गौतम की खास रिपोर्ट
अतर्रा/बांदा | ग्राम पंचायत रहुसत विकासखंड नरैनी की गौशाला इस समय गोवंशो के लिए जेल से कम नहीं है इससे बेहतर व्यवस्थाएं तो जेल में होती है | गोवंश उनके लिए खाने के लिए पूछा नहीं खुले आसमान के नीचे बारिश और धूप में तपती रहती हैं सरकार द्वारा भेजे जाने वाले लाखों रुपए संबंधित सचिव और प्रधान डकार जाते हैं | पंचायत निवासी समाजसेवी उमाकांत शुक्ला ने बताया कि पंचायत की गौशाला हालात बहुत ही खराब है |
गौशाला कर्मचारियों की अमानवीयता चरम सीमा पर है गौशाला में मृतक गोवंशो को दफनाने के बजाय फेंकने का सिलसिला अभी जारी है टेक्टर ट्राली मे भरकर अमानवीय तरीके से गूगल तू को खुले आज जगहों पर फेंक दिया जाता है इसकी बदबू के कारण पूरे क्षेत्र का वातावरण भी प्रदूषित होता है और आसपास के निवासियों को भी भारी दिक्कतें होती है |
ग्राम पंचायत रहुसत तेंदुही, तहसील अतर्रा, ब्लाक महुवा, बाँदा गौशाला के हालात जेल से बेदतर है| गौमाताओं को खाने को ना भूसा ,न चूनी ,न चोकर ना गुड़ दिया जाता है यहाँ तक की पानी भी कीचड़ से भरे गढ्ढे मे पीने को गौवंश मजबूर है | गौवंशो को गोबर से सना सड़ा पुआर (पैरा) खाना पड़ता है ना ही भोजन पाते है बदस्तूर गोवंशो की मौत का सिलसिला जारी है |