भोजपुर में घर में घुसकर अपराधियों ने 8 साल की बच्ची पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बच्ची उस वक्त अपना होमवर्क कर रही थी। आखिरी सांस तक उसके हाथ में पेंसिल थी।
मामला जिले के उदवंतनगर थाना क्षेत्र के भेलाई गांव का है। शुक्रवार की रात 4 अपराधी कृष्णा कुमार सिंह के घर पहुंचे। दरवाजा खटखटाने पर कृष्णा कुमार सिंह की 8 साल की बेटी आराध्या हाथ में पेंसिल लिए पहुंची और दरवाजा खोला।
उन्होंने पूछा कि पापा हैं, आराध्या के मना करने पर गाली-गलौज करने लगे। ये देख उसकी मां और दादी वहां पहुंची। उन्होंने विरोध किया तो बच्ची को गोली मार दी और फरार हो गए।
मामला जमीन विवाद से जुड़ है। बताया जाता है कि कृष्णा कुमार सिंह का अपने रिश्तेदार से विवाद है। इसे लेकर ही शूटर से हत्या करवाई गई है।
वारदात के बाद आसपास के इलाके में सनसनी है। घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष टीम लेकर मौके पर पहुंचे और शव का आरा सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया।
पहली कक्षा में पढ़ती थी आराध्या
आराध्या कुमारी पहली कक्षा में पढ़ती थी। वारदात के वक्त वो पढ़ाई कर रही थी। गोली लगने के दौरान आराध्या के हाथ में पेंसिल थी, जो उसने मरते दम तक पकड़ी रही।
आराध्या अपने एक भाई (ओम) और बहन (परिनीति) से बड़ी थी। वह कतीरा स्तिथ मिशन स्कूल में पढ़ती थी। पिता कृष्णा सिंह दिनारा में पोल्ट्री फॉर्म चलाते हैं। आराध्या के घर में मां अंजली सिंह और दादी है।
भाई की भी जमीन विवाद में हुई थी हत्या
पिता कृष्णा कुमार सिंह ने पहले से चले आ रहे जमीनी विवाद में बेटी की गोली मारकर हत्या की आशंका जताई है। उन्होंने बताया कि साल 2013 से 6 बिगहा जमीन को लेकर अपने ही रिश्तेदार से विवाद चला आ रहा है।
उसी विवाद को लेकर 2019 में छोटे भाई सत्यम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उस घटना में हमें भी गोली लगी थी।
कृष्णा कुमार सिंह ने बताया कि गोली लगने के बाद मां और पत्नी की हालत खराब हो गई। पत्नी ने किसी तरह खुद को संभाला और फोन पर मुझे इसकी जानकारी दी।
मैं जैसे ही सासाराम से लौटकर अपने घर पहुंचे तो देखा कि खून से लथपथ मेरी बेटी जमीन पर गिरी पड़ी है। इसके बाद आरा सदर अस्पताल लाया तो डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
उदवंतनगर थानाध्यक्ष अवधेश कुमार ने बताया कि घटना रात लगभग दस बजे के आसपास की है। परिजनों ने देर से इसकी सूचना दी। थानाध्यक्ष ने बताया कि इस मामले में कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। फिलहाल बयान पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।