राहुल पाल पर किया गया बम से हमला गाड़ी से फल लेने के लिए नीचे उतरा था

 

पहले राजू पाल और उसके बाद गवाह उमेश पाल की हत्या हुई। इसके बाद अतीक अहमद और उसके गुर्गों का खौफ न सिर्फ उमेश पाल के परिवार पर है, बल्कि राजू पाल मर्डर केस की गवाह उसकी पत्नी पूजा पाल और उनके परिवार पर भी है। बुधवार को पूजा पाल के भाई यानी राजू पाल के साले राहुल पाल अपनी कार से कहीं जा रहे थे। रास्ते में प्रीतम नगर मोड़ पर किसी ने बम से हमला कर दिया। दो बम हत्या की नीयत से मारा गया। ऐसा उन्हाेंने पुलिस को दी गई तहरीर में कहा है।

पुलिस ने इस मामले की जब जांच की और क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो जो सच्चाई सामने आई वह चौंकाने वाली थी। पुलिस को सीसीटीवी के जो फुटेज मिले, उसमें एक व्यक्ति सड़क पर पटाखा फोड़ता दिखाई दिया। पुलिस ने बम मारने की घटना से साफ इनकार किया है।

कौशांबी के जायल तहसील से समाजवादी पार्टी की विधायक पूजा पाल के भाई राहुल पाल ने थाना प्रभारी धूमनगंज को तहरीर दी। तहरीर में कहा है कि 28 मार्च को वह मुंडेरा बाजार कुछ काम से गया था। रात में लगभग 9:30 बजे जब वह प्रीतमपुर मोड़ के पास जायसवाल जूस कॉर्नर पर फल लेने के लिए अपनी फॉर्च्यूनर गाड़ी से नीचे उतरे, तभी कुछ अज्ञात लोगों ने प्रार्थी की हत्या की नीयत से बम मारा। बम उसे ना लगकर जमीन पर गिरा। इसके बाद प्रार्थी तुरंत गाड़ी से घर के लिए भागा। इसके बाद जब घर के मोड़ पर 9:40 बजे तक पहुंचा, तभी किसी ने फिर बम फेंका। जिसमें प्रार्थी बाल-बाल बच गया। इसके बाद राहुल पाल ने अपनी बहन पूजा पाल को फोन कर पूरी घटना की जानकारी दी। पूजा पाल ने थाना प्रभारी धूमनगंज को फोन करके घटना के बारे में अवगत कराया। राहुल पाल इस कदर डर गया था कि रात भर उसे नींद नहीं आई।

धूमनगंज पुलिस ने मामले की जांच की। जांच के बाद पुलिस ने जो उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट दी। उसके मुताबिक विधायक पूजा पाल ने जो अपने भाई राहुल पाल पर बम फेंकने की सूचना दी है। वह झूठी है। बम नहीं किसी ने पटाखा फोड़ा था। राहुल पाल से जब बात की गई तो उन्होंने बताया गया कि प्रीतम नगर बियर शॉप के पास में खड़ा था तो वहां आवाज सुना। उसके बाद जब मैं घर नीवा पहुंचा तो वहां आवाज सुना। दोनों जगह भौतिक निरीक्षण किया गया जहां पटाखे के अवशेष मिले। आसपास के लोगों से पूछताछ किया गया तो लोगों द्वारा बताया गया कि बच्चों द्वारा पटाखेबाजी की गई। बम से संबंधित कोई भी साक्ष्य मौके पर नहीं मिले। न ही किसी द्वारा ऐसी बात बताई गई। मौके पर लगे सीसीटीवी से मिली वीडियो फुटेज भी देखा गया तो पटाखा फोड़ते एक व्यक्ति देखा गया। बम चलाने के संबंध में कोई भी साक्ष्य नहीं मिला।

Leave A Reply

Your email address will not be published.