सातमील में व्याप्त समस्याओं को लेकर डीएम से मिले व्यापारी – चार सूत्रीय ज्ञापन सौंपकर निराकरण की उठाई मांग
फतेहपुर। जनपद मुख्यालय से दस किलोमीटर लखनऊ रोड पर बसे सातमील कस्बे में व्याप्त समस्याओं को लेकर शुक्रवार को उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर जिलाधिकारी से मुलाकात की। चार सूत्रीय ज्ञापन सौंपकर सभी समस्याओं का निराकरण किए जाने की मांग की।
जिलाधिकारी को दिये गये ज्ञापन में व्यापारियों ने बताया कि सातमील कस्बे में बहुतायत संख्या में नागरिक निवास करते हैं। बड़ी संख्या में व्यापारी भी है। आम जनमानस के लिए प्रसाधन सुविधा, पेयजलापूर्ति सुविधा जैसी अनेक मूलभूत सुविधाओं का आभाव है। जिससे कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। बताया कि कस्बे में बिना किसी पूर्व सूचना के अतिक्रमण अभियान जारी किया गया। प्रयोजन हेतु न तो किसी मानक की जानकारी से अवगत कराया गया और न ही सूचना से अतिक्रमण अभियान से व्यापारियों निवासियों को अनेक प्रकार की क्षति का सामना करना पड़ रहा है जो न्यायोचित नही है। मांग किया कि अतिक्रमण चलाये जाने के पूर्व मानक की जानकारी ध्वनि यंत्र द्वारा प्रसारित कराई जाए। समय सीमा का निर्धारण सुनिश्चित किया जाए। ताकि निवासी व्यापारी आवंटन मानकानुसार स्वयं अपना अतिक्रमण हटा सके। चौराहे के कुछ व्यापारियों को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण जनपद रायबरेली द्वारा एक अप्रैल की अंकित नोटिस पांच अप्रैल को जारी की गई। त्वरित अतिक्रमण अभियान चलाकर प्रतिष्ठान नष्ट कर दिए गए जो न्यायोचित नहीं है। जनपद सीमा से जुड़े सातमील में अतिक्रमण कार्यवाही जनपद रायबरेली द्वारा समझ से परे है। इसलिए सातमील व्यापार मण्डल ने मांग किया कि कस्बे में वंचित सुविधाओं को आवंटित कराने व अचानक अतिक्रमण अभियान को रुकवाया जाये। इस मौके पर संस्थापक अध्यक्ष किशन मेहरोत्रा, सातमील व्यापार मंडल के अध्यक्ष नरेश पटेल, अखिल बाजपेई, सूरज प्रसाद, गया पाल, विक्रम सिंह पटेल, राजेन्द्र कुमार, अखिलेश लोधी, सयनजीत सिंह, संजय पटेल, आनंद लोधी, नीलम प्रकाश मौर्य, अखिलेश बाजपेई, भगवत लोधी भी मौजूद रहे।