जानवरों की तरह पत्नी को जंजीरों में बांध कर रखा और तीन बार बेची गई महिला,जबरन करवाए गए 8 बच्चे पैदा

 

 

चीन में एक महिला को जंजीरों में बांध कर रखने से जुड़े तस्करी के हाई प्रोफाइल मामले में कोर्ट ने शुक्रवार को सजा का ऐलान किया। महिला के पति समेत 6 लोगों को अलग-अलग आरोपों में 8 से 13 साल तक की सजा सुनाई गई।

ये पूरा मामला 2022 में एक व्लॉगर के वीडियो से सामने आया था। जब उसे चीन के सूदूर इलाके फेंगशियान में एक महिला मिली, जिसके गले को जंजीर से बांध कर रखा गया था। वीडियो वायरल होने के बाद चीन के लोगों ने महिला के लिए इंसाफ की मांग की थी।

सोशल मीडिया पर मुद्दा बना तो शुरू हुई जांच
पिछले साल जब कैद की गई महिला का वीडियो वायरल हुआ तो चीन में महिलाओं की तस्करी पर बहस शुरू हो गई। माना जा रहा था कि आरोपी पति डोंग के पिता ने महिला को किसी तस्कर से खरीदा था ।

हालांकि, शुरुआत में लोकल पुलिस ने इस पूरी मामले का महिलाओं की तस्करी से जुड़ा होने से इनकार कर दिया। फिर जब ये सोशल मीडिया पर बड़ा मुद्दा बना तो इसकी ठीक से जांच शुरू हुई। लगभग एक साल तक जांच चलने के बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया।

कोर्ट ने फैसले में बताई महिला की पूरी कहानी
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक कोर्ट ने फैसले में महिला जिसका नाम शियाओ हुमेई है उसकी पूरी जिंदगी से जुड़ी जानकारी दी है। कोर्ट ने बताया कि 1998 में जब महिला टीनएजर थी तो उसे युनान प्रोविंस में उसके घर से किडनैप कर लिया गया था।

इसके बाद उसे डोंघाई प्रोविंस में एक किसान को 600 डॉलर यानी 49 हजार रुपए में बेच दिया गया। इसके साल भर बाद ही 1999 में महिला को फिर से एक दंपत्ति को बेचा गया। ये दंपत्ति फिर डोंग के पिता के संपर्क में आया तो महिला को तीसरी बार उन्हें बेच दिया गया।

फैसले के दौरान जजों ने बताया कि जब महिला को डोंग के परिवार को बेचा गया तो उस समय तक वो अपना ध्यान रखने के काबिल थी। लोगों से ठीक से बात करती थी। कोर्ट ने बताया कि डोंग और उसके परिवार ने महिला को टॉर्चर किया। उससे  जबरन 8 बच्चे पैदा करवाए गए।

तीसरा बच्चा हुआ तो सिजोफ्रेनिया का शिकार हुई, पति ने फिर भी नहीं बख्शा
कोर्ट ने बताया तीसरा बच्चा पैदा होने के बाद शियाओ हुमेई की मानसिक हालत बिगड़ने लगी थी। उसे सिजोफ्रेनिया हो गया था। यानी उसे आवाजें सुनाई देने लगी और अजीब चेहरे दिखने लगे इसके बावजूद उसके पति ने जबरन उससे संबंध बनाए।

डोंग उस पर अपनी ज्यादतियां बढ़ाता गया। 2017 में डोंग ने उसे परिवार से दूर एक कमरे में कैद कर दिया। जिसमें न तो बिजली थी, न पानी। महिला को खाना भी नहीं दिया जाता था। जज याओ हुई ने कहा कि डोंग ने अपनी पत्नी का कभी डॉक्टर से इलाज नहीं करवाया। महिला की खराब होती स्थिति के बावजूद उससे संबंध बनाए।

लोगों ने आरोपियों को कम सजा मिलने पर नाराजगी जताई
BBC के मुताबिक के शुक्रवार को जब कोर्ट ने फैसला सुनाया तो एक घंटे में चीन के सोशल मीडिया पर इसे 100 मिलियन हिट्स मिले। ज्यादातर यूजर्स ने आरोपियों को कम सजा मिलने पर ऐतराज जताया। एक यूजर ने लिखा- किसी की पूरी जिंदगी बर्बाद करने पर सिर्फ इतनी सी सजा।

वहीं दूसरे यूजर ने लिखा कि उसकी पूरी जिंदगी बर्बाद हो गई और उसके पति को सिर्फ 9 साल की सजा मिलेगी। सोशल एक्टिविस्ट तस्करी की सजा 10 साल से ज्यादा करने की मांग कर रहे हैं। शियाओ हुमेई को पिछली साल डोंग के घर से निकालकर इलाज के लिए मेडिकल वार्ड में भेजा गया था। उसका इलाज अभी भी जारी है।

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