एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र का डीएम व एसपी ने किया निरीक्षण – जल्द कार्य शुरू कराये जाने की हिदायत – रावतपुर के अस्थाई व शिवराजपुर के गिरधर नंदी गौआश्रय स्थल का किया दौरा
फतेहपुर। स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज-2 के तहत ब्लॉक मलवां के ओडीएफ प्लस ग्राम पंचायत मौहार में शीतला माता मंदिर के पास बने एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र का जिलाधिकारी श्रुति एवं पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह ने संयुक्त रूप से निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अपशिष्ट ठोस प्रबंधन हेतु बनाये गए कूड़े को अलग-अलग करने के लिए बनाए गए पात्र लेदर, गत्ता, मेडिकल अपशिष्ट, रबड़-जूता-चप्पल, एल्युमिनियम, सीसा, लोहा, कपड़ा सोक पिट गड्ढे आदि को देखा। उन्होंने कहा कि ठोस प्रबंधन का कार्य जल्द से जल्द शुरू कराया जाये। कार्य कराते हुए फोटो सहित रिपोर्ट से अवगत कराएं। उन्होंने परिसर में बनाये गए वर्मी कम्पोस्ट खाद की प्रक्रिया को शुरू करने के निर्देश संबंधित को दिए। उन्होंने ग्राम पंचायत मौहार में कराये गए ओडीएफ प्लस के तहत कराये गए कार्याे को पंचायत सचिव से जानकारी ली। सचिव ने बताया कि ग्राम में सामुदायिक शौचालय, पक्की नाली, प्लास्टिक बैंक आदि का कार्य कराया गया है।
इसके पश्चात विकास खंड मलवां के रावतपुर अस्थायी गौआश्रय स्थल एवं श्री गिरधर गोपाल नन्दी गौआश्रय स्थल शिवराजपुर का निरीक्षण किया। उन्होंने रावतपुर गौशाला में जिला विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि डीएफओ से समन्वय बनाते हुए गौशाला में पौधरोपण का कार्य कराया जाये। रिपोर्ट फोटो सहित भेजे। रावतपुर गौशाला में 416 गौवंश पाए गए। उन्होंने कहा कि ग्राम समाज की खाली पड़ी जमीनों को चिन्हित करते हुए में भी हरे चारे की बुआई करायी जाये। श्री गिरधर गोपाल नन्दी गौआश्रय स्थल शिवराजपुर का निरीक्षण किया। गौशाला में 618 गौवंश पाए गए। गौशाला के तालाब में पाली गयी मछलियों को जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने दाना चुनाया और कहा कि समन्वय बनाकर मत्स्य पालन का उत्पादन बढ़ाया जाए और इसकी बाजार में सही बिक्री करायी जाये जिससे गौशाला की आय बढ़ सके। गौशाला को स्वावलंबी/आत्मनिर्भर बनाने के लिए वर्मी कम्पोस्ट, मत्स्य पालन, गोबर के लट्ठे आदि आवश्यकतानुसार कार्य कराए जाय। गौवंशो हेतु हरा चारा, भूषा, पानी, पशुआहार, नियमित साफ सफाई आदि की जानकारी ली और कहा कि शेष बचे गौवंशो की शत प्रतिशत ईयर टैगिंग करायी जाये। उन्होंने कहा कि गर्मी को देखते हुए पानी व्यवस्था दुरुस्त रखे ताकि गौवंशो को पानी की दिक्कत न हो सके। समय-समय पर पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण एवं वैक्सीनेशन का कार्य कराया जाय। गौशालाओ में संरक्षित गौवंशो के लिए सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त रखी जाए। उन्होंने कहा कि जिन गौशालाओ में ग्राम प्रधान द्वारा अच्छे कार्य कराए गए है, उन ग्राम प्रधानों को गौवंश से संबंधित बैठक में बुलाया जाये ताकि अन्य ग्राम प्रधान उनसे प्रेरणा लेकर अपनी ग्राम पंचायत के गौशाला में कार्य करा सके। उन्होंने कहा कि गौशाला से सम्बद्ध पशुचर की जमीन पर हरे चारे की बुवाई करायी जाये। गौशालाओ में बनाये गए स्टॉक, ईयर टैगिंग रजिस्टर आदि का अवलोकन किया। इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी प्रमोद सिंह चंदरौल, नायब तहसीलदार बिन्दकी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ0 नवल किशोर, सचिव, ग्राम प्रधान मौहार नरेन्द्र सिंह कछवाहा, शिवराजपुर प्रधान प्रतिनिधि सूर्यपाल यादव, रावतपुर सचिव राजेश कुमार सहित संबंधित उपस्थित रहे।