देर रात अतीक-अशरफ की हत्या, 3 आरोपियों का सरेंडर

 

माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात प्रयागराज में हत्या कर दी गई। पुलिस दोनों को मेडिकल टेस्ट के लिए अस्पताल ले जा रही थी। पत्रकार साथ-साथ चलते हुए अतीक और अशरफ से सवाल कर रहे थे। इसी बीच तीन हमलावर पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए आए और अतीक के सिर में गोली मार दी, फिर अशरफ पर फायरिंग की। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।

हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आए थे। इनके नाम लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य हैं। हमले के तुरंत बाद ही तीनों ने सरेंडर कर दिया। लवलेश बांदा, अरुण कासगंज और सनी हमीरपुर का रहने वाला है। पुलिस तीनों से पूछताछ कर रही है। उनसे हथियार बरामद किए गए हैं। हमले में कॉन्स्टेबल मानसिंह को भी गोली लगी है, वो अस्पताल में भर्ती हैं।

अतीक के मरने की खबर सुनते ही प्रयागराज जेल में बंद अतीक का दूसरे नंबर का बेटा अली बेहोश हो गया। अतीक के दो नाबालिग बेटे राजरूपपुर बाल सुधार गृह में बंद हैं। उनका टीवी केबल कनेक्शन काट दिया गया है।

महाराष्ट्र में STF का छापा: यूपी STF ने महाराष्ट्र के नासिक में शनिवार शाम छापा मारा है। सूत्रों ने बताया कि STF ने यहां से एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। यह गुड्डू मुस्लिम है या अतीक से जुड़ा कोई व्यक्ति, साफ नहीं हो पाया है।

अपडेट्स…

प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर समेत कई जिलों के संवेदनशील इलाकों में शनिवार देर रात फ्लैग मार्च किया गया।

हत्या के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू कर दी गई है।

आज के 2 बयान

1. आरोपी लवलेश के पिता यज्ञ तिवारी बोले, “हमें जानकारी नहीं है और ना हमारा इससे कोई लेना-देना है। 5-6 दिन पहले आया था। उसका घर से कोई लेनादेना नहीं था। सालों से बोलचाल बंद है। थप्पड़ मारने के केस में जेल गया था, तब से बातचीत बंद है। नशा करता है। हमने उसे त्याग दिया है।”

2. दूसरे आरोपी सनी सिंह के भाई ने कहा, “उस पर पहले से केस दर्ज हैं अतीक-अशरफ को गोली मारने वालों में दूसरा शूटर सनी सिंह है। वह हमीरपुर का रहने वाला है। उसके भाई पिंटू सिंह ने बताया कि हम लोग 3 भाई थे, जिसमें से एक की मृत्यु हो गई। सनी के ऊपर पहले से भी मामले दर्ज हैं। वह कुछ नहीं करता था। हम उससे अलग रहते हैं। वह बचपन में ही घर छोड़कर भाग गया था।”

14 तारीख को भी अतीक की तबीयत बिगड़ने पर कॉल्विन हॉस्पिटल लाया गया था
अतीक अहमद और अशरफ को प्रयागराज की सीजेएम कोर्ट ने 13 से 17 अप्रैल तक के लिए पुलिस रिमांड पर भेजा था। 13 अप्रैल की रात यानी गुरुवार को ही यूपी पुलिस और ATS ने दोनों से पूछताछ शुरू की। ये पूछताछ 23 घंटे तक चली थी। दोनों से करीब 200 सवाल पूछे गए थे।

सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान अतीक ने कबूला था कि वह पाकिस्तान से हथियार की सप्लाई लेता रहा है। अहमदाबाद जेल से उसने ISI एजेंट को फोन किया था। यही नहीं, अतीक ने उमेश पाल हत्याकांड की साजिश का भी जुर्म कबूल किया। अशरफ ने पुलिस को बताया कि किसी चैनल से हथियार पंजाब के एक फॉर्म हाउस तक पहुंच जाते थे।

पूछताछ के दौरान अतीक गिड़गिड़ाता रहा। वह बेटे के जनाजे में शामिल होने की मिन्नतें करता रहा। इसी दौरान 14 तारीख की शाम को अतीक की तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद उसे और अशरफ को एक ही हथकड़ी में प्रयागराज के कॉल्विन हॉस्पिटल लाया गया।

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