अमेरिका में जाकर नौकरी करने का सपना देखने वालों के लिए एक अच्छी खबर है। इस साल भारतीयों को 10 लाख वीजा जारी किया जा सकता है। ऐसी खबर है कि कार्य वीजा को भी प्राथिमकता दी जा रही है।
दक्षिण और मध्य एशिया के अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू ने हाल ही में पीटीआई एजेंसी को एक इंटरव्यू दिया है। इसमें उन्होंने कहा कि वे कार्य वीजा को भी प्राथमिकता दे रहे हैं। इनमें एच-1बी और एल वीजा, जो भारत के आईटी पेशेवरों द्वारा सबसे अधिक मांग वाले वीजा में शामिल हैं।
एच-1बी वीजा की सबसे ज्यादा मांग
अमेरिका की तरफ से प्रत्येक साल 85 हजार एच-1बी वीजा जारी किए जाते हैं। इनमें से करीब 20 हजार वीजा ऐसे हैं जो अमेरिका की यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के लिए जाने वाले स्टूडेंट्स को दिए जाते हैं। वहीं भारतीय पेशेवरों में एच-1बी वीजा की सबसे ज्यादा मांग होती है।
ऐसे में एच-1बी वीजा की संख्या बढ़ती है तो भारतीयों को इसका फायदा मिल सकेगा। H-1B वीजा एक गैर-अप्रवासी वीजा है जो अमेरिकी कंपनियों को विदेशी कर्मचारी रखने के लिए को अलग व्यवसायों में नियोजित करने की अनुमति देता है, खासकर जो टेक्निकल एक्सपर्ट हों।