मंदिर में हो रहे भ्रष्टाचार की करवाई जायेगी जांच: राम प्रकाश – अपनी कमी छिपाने के लिए पूर्व प्रबंधक पर गबन का लगा रहे आरोप
फतेहपुर। शहर के चौक स्थित हनुमान मंदिर व छोटी बाजार स्थित शिव मंदिर के प्रबंधक/सर्वराकार एवं भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री राम प्रकाश गुप्ता ने कहा कि मंदिर में हो रहे भ्रष्टाचार की जिलाधिकारी से मिलकर जांच कराई जायेगी। अपनी कमी को छिपाने के लिए कुछ लोग पूर्व प्रबंधक पर गबन का आरोप लगा रहे हैं जो सही नहीं है। जिस व्यक्ति को मंदिर का हिसाब देखना हो तो वह आकर देख सकता है।
कचेहरी स्थित मीडिया जनसंपर्क केंद्र में पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री गुप्त ने कहा कि दोनों मंदिर हमारे पारिवारिक हैं। जिसके प्रबंधक उनके परिवार के लोग पचासों वर्षों से रहे हैं। पूर्व प्रबंधक श्रीराम गुप्ता ने 13 अक्टूबर 2022 को इन दोनों मंदिरों का उन्हें रजिस्ट्रार आफिस में रजिस्ट्री करके प्रबंधक/सर्वराकार बना दिया था। सर्वराकार बनने के बाद जब उन्होने पता किया तो मालूम हुआ कि मंदिर के बगल में मंदिर की जगह पर कुछ लोगों ने अवैध कब्जा करके लगभग दस वर्षों से दुकान लगा रहे हैं। मंदिर के एक भाग को इन लोगों ने अवैध रूप से कब्जा भी कर रखा है। जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि आठ से दस हजार रूपये प्रतिमाह किराये के रूप में वसूले जाते हैं और मंदिर में लगे दान पत्रों में लगभग बीस हजार रूपये प्रतिमाह आता है। यह धनराशि लगभग दस वर्षों का हिसाब मांगा तो चौबीस लाख रूपये होती है। यह पैसा कहां है, लेखा-जोखा न मिलने पर उन्होने कमेटी को भंग कर दिया तो पप्पन रस्तोगी, राजू पुरवार, जगन्नाथ प्रसाद गांधी ने अपनी कमी को छिपाने के लिए पूर्व प्रबंधक पर पचास लाख के गबन का आरोप लगा दिया। जबकि पूर्व प्रबंधक श्रीराम गुप्ता जो दुकानों से किराया वसूल करते आये हैं उसको उन्होने कोआपरेटिव बैंक के खाता में बराबर जमा किया है। उसकी रसीद किरायेदारों को भी बराबर दी जा रही थी। उन्होने कहा कि जिस व्यक्ति को हिसाब लेना हो तो वह हिसाब देख सकता है। उन्होने कहा कि चुनाव बाद जिलाधिकारी से मिलकर मंदिर में हो रहे भ्रष्टाचार की जांच करवाई जायेगी।