…तो क्या भाजपा को अपनों से होगा नुकसान?

फतेहपुर। नगर निकाय चुनावों की सरगर्मियां जोरों पर है। चुनावी मैदान में सत्तारूढ़ दल भाजपा और विपक्ष की भूमिका निभा रही सपा की ज्यादातर सीटों पर सीधी टक्कर देखने को मिल रही है। वहीं कई सीटों पर तो कांग्रेस, बसपा, आम आदमी पार्टी व निर्दलीय प्रत्याशी भी भाजपा और सपा के उम्मीदवारों के परेशानी का सबब बने हुए हैं। निकाय चुनाव में जिले की दो नगर पालिका और आठ नगर पंचायतों सहित दस निकायों के चुनाव पहले चरण में चार मई को होंगे।
जिले में दो नगर पालिका और आठ नगर पंचायतों सहित दस सीटों पर आगामी चार मई को चुनाव होने हैं। निकाय चुनाव में टिकट की दावेदारी को लेकर सत्तारूढ़ दल भाजपा में सबसे ज्यादा मारामारी रही। वहीं दूसरे स्थान पर प्रदेश की विपक्ष पार्टी सपा से भी लोग टिकट पाने की लाइन में लगे रहे हालांकि टिकट फाइनल होने के बाद दावेदारी को लेकर भाजपा और सपा के साथ अन्य दलों में विराम जरूर लग गया लेकिन चुनावी मैदान में उतरे भाजपा और सपा के प्रत्याशियों में जिले की सभी निकाय चुनावों की सीटों पर सीधी टक्कर देखने को मिल रही है। एक खास बात यह भी देखने को मिल रही है कि, सत्तारूढ़ भाजपा में टिकट की दावेदारी को लेकर लंबी फेहरिस्त रही। जानकारों की माने तो जिन लोगों को टिकट नहीं मिला वह सीधे तौर पर या अंदर खाने प्रत्याशी का विरोध कर रहे हैं। वहीं कुछ जगहों में बीजेपी का उनके ही लोग मुखर होकर दूसरे प्रत्याशियों का सपोर्ट करते नजर आ रहे हैं। कमोबेश कुछ इसी तरह समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों के साथ भी भितरघात होने के कयास लगाए जा रहे हैं। फिलहाल दो चरणों में होने वाले नगरीय निकाय चुनावों के परिणाम 13 मई को आएंगे।
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अब मिलेंगी शहरी सुविधाएं
जिले में तीन कस्बाई ग्राम पंचायतों को नगर पंचायत का दर्जा मिला है। कई ग्राम पंचायतों को जोड़कर तीन नवसृजित नगर पंचायतों का गठन किया गया है। इनमें खखरेरू, धाता और असोथर शामिल हैं। अब यहां के मतदाता प्रधान नही बल्कि पहली बार चेयरमैन का चुनाव करेंगे। उन्हें यह खुशी है कि अब शहरी सुविधाओं के साथ क्षेत्र में विकास कार्य तेज़ी से होंगे।

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