भोपाल के कोलार इलाके में नर्स के साथ इंस्टाग्राम फ्रेंड ने देर रात खेत में ले जाकर रेप किया। इसके बाद उसे डरा-धमकाकर अपने कमरे में लेकर जाने के लिए बाइक पर बैठा लिया। आरोपी से बचने नर्स चलती बाइक से कूद गई। उसके हाथ-पैर में चोट लगी है। राहगीरों की मदद से पीड़िता ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस उसे अस्पताल लेकर पहुंची।
पीड़िता ने बताया, दोनों की दोस्ती महीनेभर पहले इंस्टाग्राम के जरिए हुई थी। 27 अप्रैल को आरोपी उसे घुमाने के बहाने कमला नेहरू अस्पताल के पास से बाइक पर बैठाकर कोलार लेकर पहुंचा। रात 1 बजे बांसखेड़ी पेट्रोल पंप के पास खेत पर उसके साथ गलत काम किया। इसके बाद उस पर रूम में चलने के लिए दबाव बनाने लगा। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
मामले की जांच कर रहीं एसआई लक्ष्मी पटेल ने बताया कि मूलत: दमोह निवासी 24 वर्षीय युवती नर्स है। वह गोविंदपुरा इलाके में रहती है। उसने बताया कि महीनेभर पहले इंस्टाग्राम पर नरेंद्र पटेल से उसकी दोस्ती हुई थी। दोनों की फोन पर बात होने लगी। इसके बाद दोनों एक – दूसरे से मिलने लगे। 27 अप्रैल को रात में नरेंद्र उसे कस्तूरबा अस्पताल भेल के पास मिलने आया। वह उसे घुमाने के बहाने साथ ले गया।
भोपाल शहर के कई इलाकों में घुमाते हुए देर रात वह उसे कोलार इलाके में लेकर पहुंचा। रात 1 बजे बांसखेड़ी पेट्रोल पंप के पास उसे खेत में ले गया। लड़की ने इसका विरोध किया। इस पर आरोपी ने उसके साथ मारपीट की। जान से मारने की धमकी देकर उसके साथ गलत काम किया। इसके बाद आरोपी उसे कोलार स्थित अपने कमरे में ले जाने लगा। नर्स ने कमरे पर जाने से मना कर दिया। आरोपी उस पर रूम में चलने के लिए दबाव बनाने लगा। इस पर नर्स चलती बाइक से कूद गई।
पेट्रोल पंप के पास मिले गार्ड के मोबाइल से नर्स ने पुलिस को फोन लगाकर मदद मांगी। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे अस्पताल में एडमिट कराया। प्रारंभिक उपचार के बाद डॉक्टर ने उसे छुट्टी दे दी। बाद में पुलिस को उसने आपबीती बताई।
आरोपी नरेंद्र मूलत: सीधी का रहने वाला है। उसने थेरैपी का कोर्स किया है। भोपाल में क्लिनिक चलाता है। इंस्टाग्राम में दोस्ती के बाद से ही वह लड़की के साथ गलत इरादा रखता था। 27 की रात उसने सुनियोजित तरीके से नर्स को मिलने के लिए बुलाया। इसके बाद घूमने के बहाने उसे बाइक पर बैठाकर कोलार इलाके लेकर पहुंचा, जहां उसके साथ गलत काम किया। नर्स के बाइक से कूदने के बाद आरोपी ने गाड़ी नहीं रोकी। न ही उसकी मदद के लिए रुका। वह गाड़ी लेकर कमरे पर पहुंचा गया। पुलिस ने उसे बाद में गिरफ्तार किया।