बिना कोचिंग के घर बैठे मोबाइल से ऑनलाइन पढ़ाई करके 91% अंको के साथ उत्तीर्ण किया हाईस्कूल की परीक्षा

 

मुन्ना बक्श ब्यूरो चीफ

बांदा। नमो कम्प्यूटर एजुकेशन सेंटर के मैनेजर वीरेन्द्र कुमार जी के द्वारा संस्थान के पूर्व कम्प्यूटर विद्यार्थी विकास साहू को संस्था पर बुलाकर फूल-मालाओं के साथ सम्मानित करके मिष्ठान खिलाकर ,उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए बधाई और शुभकामनाएँ दीं ।

संस्थान के द्वारा इस सम्मान समारोह का विशेष आयोजन इसलिये किया गया कि यह विद्यार्थी संस्थान का कम्प्यूटर विद्यार्थी रहा है । उससे भी विशेष बात यह है कि इस बच्चे नें हाईस्कूल की परीक्षा को उत्तीर्ण करनें के लिये एक भी दिन कोचिंग नहीं ज्वाइन किया । और घर बैठे मोबाइल फोन से ऑनलाइन क्लास लेकर हाईस्कूल की परीक्षा 91% अंको के साथ उत्तीर्ण किया । और अपनें माता-पिता के साथ आदरणीय गुरुजनों का मान-सम्मान बढ़ाया । जिसकी मेहनत पर संस्थान को गर्व की अनुभूति हुई । संस्था नें निर्णय लिया है कि ऐसे होनहार बच्चे के शैक्षिक विकास के साथ साथ आज के इस आधुनिक युग में कम्प्यूटर की शिक्षा भी अत्यन्त आवश्यक है । इसलिये ऐसे होनहार विद्यार्थी को कम्प्यूटर शिक्षा के विकास के लिये संस्थान के द्वारा विद्यार्थी जीवन तक की सदस्यता प्रदान करते हुए प्रमाण पत्र सौंपकर कहा कि यह बच्चा कभी भी संस्थान में आकर कोई भी कम्प्यूटर का कोर्स नि:शुल्क ले सकता है । जो संस्थान की तरफ से विद्यार्थी के लिये उपहार है ।

इस दौरान संस्थान के मैनेजर वीरेन्द्र कुमार जी नें संस्थान में उपस्थित छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कम्प्यूटर की शिक्षा गृहण कर रहे छात्र-छात्राओं से कहा कि यदि आपमें कुछ कर गुजरनें की आग है तो आप भी इस छात्र की भाँति घर बैठे हर परीक्षा को अच्छे से अच्छे अंको के साथ उत्तीर्ण कर सकते हैं । हम देखते हैं कि आज ज्यादातर छात्र-छात्रायें मोबाइल का प्रयोग बेवजह रील्स आदि देखकर केवल और केवल समय बर्बाद करनें का कार्य करते हैं ,बजाय सदुपयोग के । संस्थान का उद्देश्य है कि आज के युवाओं को इस बालक से सीख मिले और वह सभी भी मोबाइल फोन का ज्यादा से ज्यादा सदुपयोग करें ।

आप सभी को अवगत करा दें कि विकास साहू के पिता श्री रामबहोरी उर्फ बल्लू साहू जी एक मकान बनाने वाले कारीगर हैं,और माता श्रीमती अर्चना साहू घर पर ही एक छोटी सी किराना की दुकान चलाकर परिवार का पालन-पोषण करनें में परिवार का सहयोग करती हैं । और दोनों पति-पत्नी नें पूरी मेहनत के साथ अपनें एकलौते बेटे को अच्छी शिक्षा दिलानें के लिये कठोर परिश्रम किया । और आज बालक नें माँ-बाप का सर गर्व से ऊंचा कर दिया । इस दौरान वीरेन्द्र कुमार दीपमाला मैडम अंकुर सेन और समस्त छात्र-छात्रायें मौजूद रहे ।

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