अप्रैल 2023 में सकल जीएसटी राजस्व 1,87,035 करोड़ रुपये रहा, जो मार्च 2023 के सकल जीएसटी संग्रह के 1,60,122 करोड़ रुपये से 16.8 प्रतिशत अधिक है। अप्रैल 2023 में सकल जीएसटी संग्रह भी अब तक के उच्चतम स्तर पर है और पिछले उच्चतम संग्रह 1,67,540 लाख करोड़ रुपये से 19,495 करोड़ रुपये अधिक है, जो अप्रैल 2022 में दर्ज किया गया था। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि पहली बार सकल जीएसटी संग्रह 1.75 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया है।
वित्त मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, 1,87,035 करोड़ रुपये के सकल जीएसटी संग्रह में सीजीएसटी 38,440 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 47,412 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 89,158 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्रित 34,972 करोड़ रुपये सहित) और उपकर 12,025 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्रित 901 करोड़ रुपये सहित) था।सरकार ने आईजीएसटी से सीजीएसटी में 45,864 करोड़ रुपये और एसजीएसटी में 37,959 करोड़ रुपये का निपटान किया है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, नियमित निपटान के बाद अप्रैल 2023 में केंद्र और राज्यों का कुल राजस्व सीजीएसटी के लिए 84,304 करोड़ रुपये और एसजीएसटी के लिए 85,371 करोड़ रुपये है।
अप्रैल 2023 का राजस्व पिछले साल इसी महीने में दर्ज जीएसटी राजस्व से 12 प्रतिशत अधिक है। अप्रैल 2023 के दौरान, घरेलू लेन-देन से प्राप्त राजस्व (सेवाओं के आयात सहित) पिछले वर्ष इसी महीने के दौरान इन स्रोतों से प्राप्त राजस्व से 16 प्रतिशत अधिक था। मार्च 2023 में उत्पन्न ई-वे बिलों की कुल संख्या 9 करोड़ थी, जो फरवरी 2023 में उत्पन्न 8.1 करोड़ ई-वे बिलों की तुलना में 11 प्रतिशत अधिक है। अप्रैल 2023 में एक ही दिन यानी 20 अप्रैल को अब तक का सबसे अधिक कर संग्रह देखा गया, जब 9.8 लाख लेनदेन के माध्यम से 68,228 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। पिछले साल (इसी तारीख को) सबसे ज्यादा एक दिन का भुगतान 9.6 लाख लेनदेन के माध्यम से 57,846 करोड़ रुपये था।