बेटे और चचेरे भाई को गंगा में डूबते देख किसान ने लगाई छलांग, पुलिस कर रही शव की तलाश

 

 

उत्तर प्रदेश में फर्रुखाबाद जिले के कमालगंज थाना क्षेत्र में बेटे और चचेरे भाई को गंगा में डूबते देख किसान ने छलांग लगा दी। दो घंटे बाद किसान का शव गंगा से बरामद हो गया। बाकी के दो लोगों की तलाश की जा रही है। पुलिस ने बताया कि अंधेरा होने के कारण तलाश बंद कर दी गई है।

कस्बा के निकटवर्ती गांव मकूनगला निवासी राम सिंह शुक्रवार दोपहर अपने बेटे शिवकुमार (36), पुत्र रोहित (10), भतीजे संदीप (32) व संदीप के पुत्र सिद्धू के साथ गंगा के दूसरी ओर कटरी में स्थित खेत पर गए थे। बरसात में भीगे हुए गेहूं के बोझ को एकत्रित कर सभी डोंगा (छोटी नाव) से गंगा पार कर लौटे रहे थे।

शाम करीब पांच बजे कल्लू नगला गांव के सामने डोंगा से उतरने के बाद संदीप ने अपने बेटे सिद्धू को गंगा स्नान कराया। इस पर रोहित भी स्नान की जिद पर अड़ गया। संदीप रोहित के साथ स्नान कर रहा था। तभी दोनों डूबने लगे। भाई और बेटे को डूबता देख शिवकुमार ने गंगा में छलांग लगा दी।

गहरे पानी में लापता हुए तीनों
तीनों गहरे पानी में लापता हो गए। रामसिंह की सूचना पर परिजन व ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। कल्लू नगला व जंजाली नगला के ग्रामीण डूबे हुए की तलाश में जुट गए। घटना से परिजनों में कोहराम मच गया। घाट पर पहुंची शिवकुमार की पत्नी मीना, मां श्यामा देवी, संदीप की पत्नी रंजना रोती रही।

400 मीटर दूर मिला एक शव
जानकारी पर सीओ अमृतपुर रविंद्र नाथ राय भी फोर्स के साथ पहुंचे। पुलिस ने आजाद नगर भटपुरा से गोताखोरों को बुलाकर खोजबीन कराई। करीब दो घंटे बाद घटनास्थल से करीब 400 मीटर दूर स्थित जंजाली नगला गांव के पास से शिवकुमार का शव गोताखोरों ने बरामद कर लिया। अंधेरा हो जाने पर रात करीब आठ बजे गोताखोरों ने खोजबीन बंद कर दी।
अंधेरा होने पर कराई थी बंद खोजबीन
शिवकुमार के चार पुत्र रोहित, विवेक, दिव्यांशू व सत्यम हैं। चारों में रोहित सबसे बड़ा था। शिवकुमार के दो भाई शिवराम व मोहित हैं। संदीप के एक पुत्र सिद्धू व पुत्री दिव्यांशी है। सीओ रविंद्र नाथ राय ने बताया कि एक ही परिवार के तीन लोग गंगा में डूबे हैं। एक का शव बरामद कर लिया गया है।
लेखपाल ने पहुंचकर दिया मुआवजे का आश्वासन
एक ही परिवार के तीन लोगों के गंगा में डूब कर लापता होने की घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्रीय लेखपाल अभय त्रिवेदी घटनास्थल पर पहुंच गए। लेखपाल ने रामसिंह व प्रधान प्रमोद यादव से घटना के संबंध में पूछताछ की। लेखपाल ने परिवार को मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया।
मशीन से बालू खींचने पर हुई अधिक गहराई
कल्लू नगला व जंजाली नगला गांव को कटान से बचाने के लिए बांध बनाने का काम चल रहा है। गंगा के बीच से मशीन द्वारा बालू को खींचकर बोरियों में भरकर लगाया जा रहा। ग्रामीणों का कहना है कि मशीन से बालू खींचने की बजह से गंगा के बीच में गहराई बहुत अधिक हो गई है। इससे डूबने के खतरा भी बढ़ गया है।
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