जहानाबाद/फतेहपुर। कस्बे सहित ग्रामीण इलाकों में मच्छरों का प्रकोप दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। लोगों द्वारा बार बार की जा रही शिकायतों के बाद भी विभाग जान कर भी अंजान बना है। जिसके चलते लोगों में आक्रोश के साथ-साथ संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है। लोगों ने विभागीय उच्चाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए जलभराव एवं गंदगी से निजात दिलाने की मांग की है।
नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में साफ़ सफाई की समुचित व्यवस्था न होने के कारण कस्बे से ग्रामीण क्षेत्रों में जगह जगह गंदगी फैली हुई है। छोटे बड़े गड्ढों में जगह जगह पानी भरा हुआ है। जल निकासी के लिए बनायी गयी नालियों और आस पास गंदगी फैली हुई है। जिसके चलते मच्छरों की संख्या में दिन रात वृद्धि हो रही है। मच्छर कस्बे से लेकर देवमई ब्लॉक के गांव कलाना, कुल्लीहार, बाराबीघा, मिर्ज़ापुर मकरंदपुर, किशनपुर कपली, चिल्ली, सिठर्रा, घनश्यामपुर आदि गांव में तेजी से फैल रहे हैं जिसके चलते लोगों का जीना दूभर हो रहा है। मच्छरों के बढ़ते प्रकोप के चलते संक्रामक बीमारियां फैलने की आशंका बढ़ती जा रही है। कस्बा सहित गांव के लोगों की शिकायत के बावजूद भी जिम्मेदार लोगों की नींद नहीं खुल रही है। नगर पंचायत और स्वास्थ विभाग द्वारा लगातार मच्छर रोधी दवाओं के छिड़काव का दावा किया जा रहा है लेकिन दावों के इतर जमीनी हकीकत कुछ अलग ही दिखाई दे रही है। ग्रामीण इलाकों में मच्छर रोधी दवाओं के छिड़काव सहित स्वास्थ संबंधी अन्य योजनाओं के तहत ग्राम पंचायत और एएनएम के संयुक्त खाते में प्रति वर्ष 10 हजार रूपया स्वास्थ विभाग द्वारा भेजा जाता है लेकिन यह धन कहां जाता है, किसी को कुछ पता नहीं चलता है। क्षेत्रीय लोगों ने विभागीय अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए क्षेत्र में जलभराव की समस्या से निजात दिलाने, सफाई करवाने एवं फागिंग कराने के साथ ही डीडीटी पाउडर छिड़काव कराये जाने की मांग की है।