ब्रेन डेड घोषित 43 वर्षीय महिला के परिजनों ने अंगदान कर तीन लोगों को दिया नया जीवनदान

लखनऊ में एक ब्रेन डेड घोषित 43 वर्षीय महिला के परिजनों ने उसका अंगदान कर तीन लोगों को नया जीवन दिया है। महिला का लीवर, लीवर सिरोसिस से पीड़ित 52 वर्षीय व्यक्ति में प्रत्यारोपित किया गया। जबकि उसकी किडनी पांच वर्षों से क्रॉनिक किडनी डिजीज (सीकेडी) से पीड़ित 46 वर्षीय महिला को दी गई।
दोनों प्रत्यारोपण अपोलोमेडिक्स अस्पताल में किए गए थे। दूसरी किडनी को प्रत्यारोपण के लिए एसजीपीजीआई भेजा गया है। गुर्दा प्रत्यारोपण सर्जरी का नेतृत्व करने वाले डॉ अमित गुप्ता ने कहा, महिला को मंगलवार को अचेत अवस्था में अपोलोमेडिक्स अस्पताल लाया गया था। डॉक्टरों ने पाया कि वह बीपी, मधुमेह और हृदय रोग जैसी सह-रुग्णताओं से पीड़ित थी।
उन्होंने कहा, आगे के परीक्षणों से पता चला कि उसे गंभीर मस्तिष्क रक्तस्राव भी हुआ था। बचाने के सभी प्रयासों के बावजूद, उसे बुधवार को ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया। परिवार के सदस्यों ने शव दान के लिए सहमति व्यक्त की, जब हमने उन्हें समझाया कि यह कैसे जीवन बचा सकता है। उसके बाद परिजन उसका अंगदान करने पर सहमत हो गए। इसके बाद, अस्पताल के अधिकारियों ने राज्य अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (एसओटीटीओ) की समिति को अनुमोदन के लिए कैडेवर दान के बारे में राज्य को सचेत किया। इसके बाद लीवर और किडनी प्रत्यारोपण किया गया।
ट्रांसप्लांट सर्जरी डॉ आशीष के. मिश्रा (लीवर ट्रांसप्लांट सर्जन), डॉ वलीउल्लाह सिद्दीकी (लीवर ट्रांसप्लांट सर्जन), डॉ राजीव रंजन (गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट), डॉ सुहांग वर्मा (गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट) और डॉ जयेंद्र शुक्ला (गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट) द्वारा की गई।
अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉक्टर मयंक सोमानी ने कहा, यह नेक काम उन लोगों के लिए उम्मीद पैदा करता है जो लीवर और किडनी की पुरानी बीमारियों से पीड़ित हैं।

 

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