मथुरा। कान्हा की नगरी श्री धाम वृन्दावन एक तीर्थ नगरी है जहां हर रोज दूरदराज से मंदिरों व मठों के दर्शन करने के लिए हजारों की संख्या में भक्तगण आते हैं।मजबूरन श्रद्धालुओं को ओवरलोड वाहन में यात्रा करनी पड़ती है, कई बार अगर श्रद्धालु इस बात का विरोध करे, तो टेम्पो चालक अभद्रता व मारपीट करने पर उतारू हो जाता है।प्रतिदिन सड़क दुर्घटना में सैंकड़ों लोगों की जान चली जाती है, इसके बावजूद भी पुलिस प्रशासन गंभीर नहीं हो रहा है। जिले में तमाम स्थानों पर ओवरलोड़ टेंपो धड़ल्ले से संचालित देखें जा सकते हैं। निर्धारित से ज्यादा सवारी भरकर आसानी से नगर चौकी के करीब से टेंपो दिन भर चल रहे हैं।टेंपो में चालक समेत करीब 15 लोग सवार होकर यात्रा करते देखे जा रहे हैं।यही नहीं जनपद भर में तमाम तिराहे, चौराहे व मथुरा वृन्दावन जैसे मुख्य मार्गों पर हर रोज कोई न कोई वाहन टेम्पो की चपेट में आ जाता है, जिससे कई लोग गंभीर रूप से घायल व चुटैल हो जाते हैं।इस प्रकार की घटनाओं को लेकर श्रद्धालुओं और ब्रज वासियों में पुलिस और यातायात विभाग के प्रति भारी गुस्सा है, कि यदि यह दोनों महकमा सचेत हो जाएं तो शायद यह हादसे कम हो जाएं, पूर्व में कई बड़े हादसे इस बात का प्रतीत हैं। इस संबंध में लोगों का कहना है कि जिस तरह पुलिस वाहनों की चेकिंग कर चालान, व वाहनों को सीज किया जाता है उसी तरह स्थानीय व ट्रैफिक पुलिस सक्रिय होकर आवेरलोड वाहनों पर अंकुश लगाने का काम करे।जिससे भविष्य में होनी वाली सड़क दुर्घटना में लोगों की जान बच सके।इसी के साथ टेम्पो चालकों के स्थानीय थाने में रिकॉर्ड होना चाहिए और उनकी वर्दी व पहचान पत्र भी जारी कर देना चाहिए।जिससे अगर कोई चालक लूटपाट, मारपीट व अभद्रता जैसी घटना करता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई हो सके, कई मामले सड़क दुर्घटना के आज भी अज्ञात में लिखे हैं जिनका खुलासा आज तक नहीं हो सका।अगर जिला प्रशासन टेम्पो चालकों के लिए वर्दी व पहचान पत्र जारी करने की अनुमति दे दे, तो महिलाओं व बेटियों को इन वाहनों में सफर करने में कोई आपत्ति नहीं होगी।औऱ वह अपने आप को सुरक्षित महसूस कर पाएंगी।और श्रद्धालु भी ब्रज क्षेत्र से खुश होकर जाएगा। इस समय ब्रज तीर्थ स्थल क्षेत्र के प्रमुख सड़कों पर ओवरलोड टेंपो चलते दिख रहें हैं। वहीं दूसरी ओर वृन्दावन नगर में भी टेंपो में ओवरलोड सवारी भरकर चालक आराम से फर्राटा भरते देखे जा सकते हैं। पूर्व में हुए बड़े हादसों से प्रशासन को सबक लेना चाहिए। घटना के बाद शासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं होती है एक-दो दिन तक तो सही लेकिन उसके बाद फिर वही हाल दिखाई देता है। ओवरलोड वाहन दुर्घटना के प्रमुख कारक हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व एसपी सीटी के निर्देशानुसार समय-समय पर चेकिंग अभियान चलाकर वाहन कागजात की कार्रवाई की जाती है, बाकी ओवरलोड वाहन पर कोई ध्यान नहीं होता। यातायात नियमों के पालन समेत अन्य जरूरी बिंदुओं पर वाहन चालकों को जागरूक भी किया जाना चाहिए।गोर करने वाली बात तो यह है कि जिला चिकित्सालय सौ सैया वृन्दावन चौराहे पर अधिक समय थाना वृन्दावन की पुलिस ड्यूटी पर तैनात रहती है लेकिन इसके बावजूद भी ओवरलोड टेम्पो व अन्य वाहन नगर में कैसे प्रवेश कर जाते हैं।प्रशासन को जल्द ही ओवरलोड वाहनों पर उचित कार्रवाई करने की आवश्यकता है।