इंदौर के तेजाजी नगर इलाके में पिता ने अपने सात साल के बच्चे की हत्या कर दी। सुबह दादी कमरे में पहुंची तो बच्चा मरा हुआ पड़ा था। बच्चे के ताऊ ने बताया कि रात में बच्चे की सौतेली मां का कॉल आया था। उसने बेटे और पत्नी में से किसी एक के साथ रहने का कहते हुए आरोपी पिता पर दबाव बनाया था। रात में 10 बजे बच्चा अपने पिता के कमरे में जाकर सो गया था। पुलिस के मुताबिक पिता गायब है। उसकी तलाश की जा रही है।
तेजाजी नगर पुलिस के मुताबिक घटना लिम्बोदी इलाके की है। यहां सात साल के बच्चे प्रतीक पुत्र शशिकांत मुंडे को मृत अवस्था में लेकर राजेश मुंडे एमवाय अस्पताल पहुंचे। राजेश बच्चे के बड़े पापा हैं। पुलिस के मुताबिक प्रारंभिक जानकारी में सामने आया कि शशिकांत ने अपने बेटे प्रतीक को मौत के घाट उतारा है। आरोपी की तलाश की जा रही है।
राजेश ने बताया उसका छोटा भाई शशिकांत निजी कंपनी की कार चलाता है। रात में उसकी पत्नी पायल जो कि नादनपुरा में रहती है, उसका कॉल आया। उसने घर आने से इनकार कर दिया। वह दो महीने से अपनी मां के यहां रह रही थी। पायल ने कहा कि या तो वह पहली पत्नी के बेटे प्रतीक के साथ रह ले या फिर उसके और अपने बेटे के साथ। पायल को दो माह पहले ही डिलीवरी हुई थी। वह तभी से उसके मायके में थी।
बच्चे की दादी कृष्णा बाई ने बताया रात को करीब 10 बजे तक बच्चा नीचे उनके साथ ही था। रात को खाना खाने के बाद 10 बजे के लगभग वह ऊपर आरोपी पिता के कमरे में जाकर सो गया था। पहले शशिकांत ने पत्नी पायल से बात की फिर वह घूमने चला गया। थोड़ी देर बाद वापस आया और वह भी उसी कमरे में सोने चला गया। सुबह जब कृष्णा बाई कमरे में पहुंची तो शशिकांत वहां नही था। पोता मृत पड़ा था। उसके गले और मुंह पर निशान भी मिले हैं।