बेगूसराय में सिलेंडर फटने से लगी आग, 10 मिनट में 200 घर जलकर राख तूफान की वजह से फैली और , आगे पढ़े पूरी ख़बर

 

बेगूसराय में रविवार की रात 11 बजे आग में 200 घर जलकर राख हो गए। मटिहानी थाना क्षेत्र के सिहमा गांव के पतला टोला में 10 मिनट में सब तबाह हो गया। बताया जा रहा है कि किसी घर में सिलेंडर ब्लास्ट से आग लगी। इसके बाद तूफान की वजह से आग फैलती चली गई और लोग बेघर हो गए।

किसी की 4 दिन बाद बेटी की शादी थी। तो किसी की पूरी जमा पूंजी जल गई। 6 फायर ब्रिगेड ने आग पर तो काबू पा लिया, लेकिन मौके पर जले सामान अब भी हादसे की पूरी कहानी बता रहे हैं।

सोमवार की सुबह करीब 10 बजे का वक्त था। हम बेगूसराय से 15 किलोमीटर दूर सिहमा गांव के लिए निकले। रास्ते में हमें कुछ लोग मिले जो इस गांव को लेकर ही बात कर रहे थे। आधे घंटे में हम गांव में दाखिल हुए। यहां की तस्वीरें झकझोर देने वाली थीं। लोगों ने हमें घेर लिया। सब अपनी-अपनी परेशानियां बताने लगे। लोगों को लगा कि हम उनकी परेशानी का कुछ हल निकाल देंगे।

हम थोड़ा आगे बढ़े। सामने पतला टोला था। जो अब पूरी तरह से जल चुका था। लोग खेतों में साड़ियों के टेंट लगाकर बैठे थे। बच्चे रो रहे थे। वहीं खेत में लंगर चल रहा था। लोग बैठकर खाना खा रहे थे। थोड़ी दूर पर स्वास्थ्य विभाग की टीम भी दिखाई दी। जो दवा और बाकी जरूरी चीजें बांट रही थी।

इस टोले में रहने वाले रामकल्याण ने हमें हादसे की पूरी कहानी बताई। 52 साल के रामकल्याण ने बताया कि रात के करीब 11 बजे होंगे। ज्यादातर लोग खाना खाने के बाद सो रहे थे। हम भी अपने परिवार के साथ घर में सोने चले गए थे। अचानक से रात करीब 11 बजे चिल्लाने की आवाज आने लगी।

मैं घर से बाहर निकला तो देखा आग लगी हुई थी। परिवार को बाहर निकाला। सामान नहीं बचा पाया। रात में आंधी चल रही थी। जिसकी वजह से आग तेजी से फैलती गई। आग की लपटें ऐसी थीं कि उसके पास जाना नामुमकिन था।

सब लोग अपने स्तर पर आग बुझाने में जुट गए, लेकिन आग की लपटें ऐसी थीं कि पानी का कोई असर नहीं हो रहा था। रात में फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। 6 फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पाया गया। 7 साल पहले भी यहां ऐसी ही आग लगी थी।

इसी टोले के रामदेव यादव ने बताया कि आग बहुत भयंकर थी। जैसे ही मुझे पता चला कि आग लगी है। पूरे परिवार को लेकर हम घर से बाहर की ओर भागे। हम तो बच गए, लेकिन सब कुछ खत्म हो गया। अब ना खाने के ठिकाने हैं और ना ही रहने के।

मारनी देवी ने बताया कि सिहमा पथला टोल में मेरा मायका है। यहीं से 19 मई को बेटी की शादी होने वाली थी। खगड़िया से बारात आनी है। उन्होंने बताया कि बीती रात हुए अगलगी में बेटी की शादी के लिए रखा हुआ तीन भर गहना, दो लाख कैश सब जलकर राख हो गए। पति की पहले ही मौत हो चुकी है। अपने मायके वालों की मदद से बेटी की शादी कर रही थी, लेकिन अब शादी कैसे होगी। लड़के वालों को क्या कहूंगी।

इस हादसे के बाद लोग खेतों में जुगाड़ वाला टेंट बनाकर रह रहे हैं। बच्चे राहत शिविर में नीचे बैठ कर खाना खा रहे हैं। बुजुर्ग अपने लिए दवा काउंटर पर दवाई ले रहे हैं तो महिलाएं अपने घर के बिखरे हुए और जले सामान में से उपयोगी चीजें जो सुरक्षित हो, उसे ढूंढ कर निकालने में लगी हुई है। आस पड़ोस के कई गांव से यहां देखने के लिए लोग पहुंच रहे हैं।

वहीं, इस अग्निकांड के बाद लोगों के बीच हाहाकार मचा हुआ है। घटना की जानकारी पाकर मटिहानी के विधायक राजकुमार सिंह घटनास्थल पर पहुंचे। फिलहाल इस घटना में क्षति का कोई भी आकलन नहीं हो पाया है। सोमवार को प्रशासनिक टीम इसका आकलन करेगी। आकलन के बाद पीड़ित परिवारों को मदद पहुंचाई जाएगी।

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