न्यूज वाणी ब्यूरो
अतराड़ा। प्रत्येक सफल व्यक्ति अपनी सफलता की ऊंचाइयों पर अपने प्रयास से ही पहुंचा है। प्रयास से ही सफलता है। कुछ लोगों को सफलता की ऊचाइयों पर जाने के लिए शॉर्ट कट मिल जाते है परन्तु इस प्रकार सफलता प्राप्त करना वास्तव ने सफलता नही हैं । इसके लिए निचले पायदान से शुरु करके अपनी मेहनत और नेक भाव से जीवन मे सफलता प्राप्त करने वाले व्यक्ति को ही सफल व्यक्ति की संज्ञा ही जा सकती है। सफलता का अर्थ बहुत व्यापक है । आपने बहुत अच्छी शिक्षा प्राप्त कर ली, बहुत धन-दौलत कमा ली फिर भी आपको सफल व्यक्ति का तमगा नही मिलता । मेरे विचार से तो सफल व्यक्ति वही है जिसने अपने विचारों की, अपने व्यवहार की तथा अपने कर्मो की सीढी पर चढ कर ये सब हासिल किया हो तो ही आप सफल व्यक्ति की श्रेणी में आते है। हम अपने रोजाना के जीवन में विभिन्न परिस्थितियों में फंसे लोगों को देखते हैं उनमें से कोई उन परिस्थितियों से समझौता करके उन्ही से अनुकूलता का रास्ता निकाल लेते है तो कोई उन परिस्थितियों में ही उलझे रहते है। प्रतिकूलता में भी अनुकूलता ढूंढ लेने वाला व्यक्ति अपने जीवन में सफलता की ओर बढता है । कहते है कि अच्छे व्यवहार की कद्र हर जगह होती है। जीवन मे केवल व्यवहार ही ऐसा गुण है जो बिना किसी ट्रिक, बिना कुछ खर्च किये दूसरों को अपना बनाने की सामर्थ रखता है। कभी- कभी हम अपने वास्तविक जीवन में देखते हैं कि हमारे व्यवहार के कारण ही कुछ कार्य बनते-बनते बिगड़ जाते है और कुछ कार्य बिगड़ते- बिगड़ते भी बन जाते है। इसे हम अपना एटिट्यूड़ भी कह सकते है। प्रत्येक दशा में हमारा व्यवहार ही हमारी पहचान कराता है । सकारात्मक विचार मनुष्य को पूर्णता की ओर ले जाता है। कभी- कभी हमारे पास धन, दौलत आदि होने के बावजूद हमारी चाहत समाज में नहीं होती । अव्यवहारिक व्यक्ति लोगों के बीच घृणा का पात्र ही बनता है। मेरा मानना है कि सफलता प्राप्त करने के लिए व्यवहार सन्तुलित होना अति आवश्यक है। सद्व्यवहार के साथ- साथ हमें अपने सदकर्मो पर भी ध्यान देना होगा। सफलता का मार्ग तभी प्रशस्त होता है जब हम सदकर्मो के साथ मनोभाव से प्रयास करते है। और इन्हीं के माध्यम से पाई गई सफलता वास्तव में सफलता होती है। यहाँ मैं एक बात अवश्य कहना चाहूंगा कि अगर किसी सफल व्यक्ति, किसी कामयाब व्यक्ति से किसी अन्य व्यक्ति का, समाज का, परिवार का कोई भला ना हो तो उस सफलता का, कामयाबी का कोई मूल्य नहीं होता। इस बात को ध्यान में रखते हुए हमें अच्छे विचारों, अच्छे व्यवहार एवं अच्छे कर्मो के साथ आगे बढ़ना चाहिए तथा जीवन में कामयाबी हासिल करके समाज का भला करते हुए अपने जीवन को भी सफल एवं श्रेष्ठ बनाने का प्रयास करते रहना चाहिए ।