फतेहपुर। गर्मी की बढ़ती शिद्दत और चिलचिलाती धूप से अब लोगों की हालत खस्ता होने लगी है। लू और हवाओं के तेज थपेड़ों की वजह से मरीजों की संख्या में इजाफा होने लगा है। हालत यह है कि चेचक, खसरा, बुखार के साथ साथ शरीर में पानी की कमी के कारण पेट की अन्य बीमारियों ने जन्म लेना शुरू कर दिया है। जिसका नजारा सदर अस्पताल में देखा जा सकता है। जहां रोज मरीजों की बढ़ती संख्या से चिकित्सको के भी पसीना छूट जाता है।
बताते चलें कि गर्मी अपने पूरे शबाब पर है। सुबह होते ही लोगों को भयंकर गर्मी से जूझना पड़ रहा है। पूरा दिन मार्गों पर सन्नाटा पसरा रहता है। बाजारों में भी वह रौनक नहीं दिखाई दे रही है। आने-जाने वाले यात्रियों को भी गर्मी में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। भूख से ज्यादा लोगों को प्यास की चिन्ता रहती है और पानी देखते ही लोग अनायास ही रूक जाते हैं। रेलवे स्टेशन सहित रोडवेज बस स्टाप परिसर के अलावा प्राइवेट बस स्टाप पर सर्वाधिक पानी के लिए मारामारी देखी जा सकती है। सार्वजनिक स्थानों पर पेयजल की किल्लत से लोगांे को विवश होकर ठंडे पेय पदार्थ व फ्रिज की बोतल लेने के लिए मजबूर होना पड़ता है। जिससे लोगों की जेबें भी ढीली हो रही हैं। गर्मी के कारण आम अवाम बेहाल है। गर्मी से बचाव के लिए लोग तरह-तरह के जतन भी करते हुए देखे जा सकते हैं। मार्गों पर निकलने वाले लोग अपने शरीर को पूरी तरह से ढके रहते हैं। जिससे लू के थपेड़ों से बचा जा सके। उधर गर्मी के प्रकोप से बीमारियों ने भी अपने पांव पसार दिये हैं। हालत यह है कि गर्मी की चिलचिलाती तेज धूप और गर्म हवाओं के तेज थपेड़ों का अवाम पर बुरा असर पड़ रहा है। मौसम की मार से मरीजों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी हुई है। शरीर में पानी की कमी की वजह से अन्य बीमारियां भी सिर उभार रही है। पेट के मरीजों की संख्या मंे भी तेजी से इजाफा हो रहा है। संक्रामक बीमारियों से जनता परेशान है। इस समय चर्म रोग ने भी सिर उभारना शुरू कर दिया है। गर्मी के प्रकोप से डायरिया की मरीजों में सबसे अधिक इजाफा हुआ है। चिकित्सकों का कहना रहा कि ऐसे में अपने शरीर की हिफाजत बहुत जरूरी है।