उत्तर भारत में एक्टिव हुए नए वेदर सिस्टम और पाकिस्तान-पंजाब सीमा में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर अब राजस्थान में दिखने लगा है। राज्य में उत्तरी जिलों में मंगलवार देर शाम से मौसम में बदलाव देखने मिला। कई जगह आंधी-बारिश के साथ ओले गिरे हैं। धौलपुर में बिजली गिरने से 5 महिलाएं घायल हो गईं।
इधर, बुधवार को सीकर में तेज बारिश हुई। इससे कई क्षेत्रों में पानी भर गया। फतेहपुर में चने के आकार के ओले गिरे। इसी तरह से जयपुर, अलवर सहित कई शहरों में बादल छाए और तेज हवाएं चलीं। मौसम में इस बदलाव से लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है। विशेषज्ञों ने अब दो-तीन दिन तक मौसम के ऐसे ही कूल रहने की संभावना जताई है।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक 24 घंटे में हनुमानगढ़ के नोहर और गंगानगर एरिया में तूफानी बारिश के साथ ओले भी गिरे। नोहर में सबसे ज्यादा 40MM(करीब डेढ़ इंच) बरसात रिकॉर्ड की गई।
इन जगहों पर हुई बारिश
झुंझुनूं, सीकर, अलवर, करौली समेत अन्य जिलों में मंगलवार को बारिश हुई। चूरू शहर और राजगढ़ एरिया में बारिश के साथ छोटे-छोटे ओले गिरे। चूरू में 45 डिग्री सेल्सियस के साथ झुलसाने वाली गर्मी पड़ रही थी।
इसी तरह से लोकल रिपोट्र्स के अनुसार हनुमानगढ़ जिले के भादरा में 12, नोहर में 40, टिब्बी में 15, संगरिया में 8MM, करौली के टोडाभीम में 9, श्रीमहावीरजी में 7, हिंडौन में 4, चूरू शहर में 3, राजगढ़ में 12, सीकर के फतेहपुर में 16, झुंझुनूं के मंडावा और चिड़ावा में 3-3, बुहाना में 2, अलवर शहर में 16, बानसूर में 5, मालाखेड़ा में 5, श्रीगंगानगर शहर में 3, लालगढ़ में 5, सादुलशहर में 2 और हिंदूमलकोट में 3MM पानी बरसा।