वृन्दावन। न्यूज़ वाणी योगी की पुलिस बेपरवाह होकर अवैध बसूली करने में मदमस्त है।ऐसा ही माजरा देखने को मिला है।ईटों से भरे ट्रेक्टर-ट्रालियां बाजार में फर्राटे भरती हैं और रोड़ किनारे ही दर्जनों ट्रेक्टर-ट्रॉलियां खड़े रहते हैं जिससे दुर्घटनाएं घट जाती हैं।इसकी ऐवज में थाना वृन्दावन पुलिस व चौकी प्रभारी अध्धा की मोटी महीनेदारी बंधी हुई है।यह मामला तब सामने आया जब ईटों का व्यापार कर रहे एक व्यक्ति का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।पुलिस को अपनी जेब भरने से सरोकार है न की जनहित से, पुलिस की काली करतूत का बखान ईटों का व्यापार करने वाला खुलेआम कर रहा है। 14 हजार रुपये महीने थाना पुलिस व 5 हजार रुपये महीने चौकी प्रभारी अध्धा लेते हैं इसलिए उनको कतई पुलिस का भय नहीं रहता। सूत्रों की मानो तो चौकी प्रभारी अध्धा की कई बार रिश्वत लेने की शिकायत प्रशासन से कई पीड़ितों द्वारा की जा चुकी है लेकिन कार्रवाई अभी तक नहीं हुई है।जिसका खामियाजा आम जनता को झेलना पड़ रहा है।आखिर कब तक चलेगा पुलिस का भ्रष्टाचार।जब इस बारे में थाना वृंदावन कोतवाली निरीक्षक रामपाल सिंह भाटी से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि जो वीडियो वायरल हुआ है वह मामला नगर निगम की जमीन का है, उस जमीन पर ट्रैक्टर टोलियां खड़ी हुई थी, जब वहां पर नगर निगम के अधिकारी उस जमीन को खाली कराने के लिए आए तो निगम के अधिकारियों ने हम से सहयोग मांगा था।साथ ही पुलिस भेज कर सभी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को वहां से हटवा दिया, अगर वह आरोप लगा रहा है तो हमें इस मामले से कोई मतलब नहीं है रिश्वत लेने का आरोप झूठा है अगर कई वर्षों से वह है रिश्वत देता है तो उसकी जानकारी हमें नहीं है।