जीएसटी सर्वे के नाम पर व्यापारियों का बंद हो उत्पीड़न: डा. सुमंत – कैंप कार्यालय में राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पदाधिकारियों संग की बैठक
फतेहपुर। जीएसटी सर्वे छापों से बाजारों में व्यापारियों के बीच भय व्याप्त हो रहा है जिससे व्यापारियों में आक्रोश व्याप्त हो रहा है। इसको त्वरित बंद किया जाये। उक्त उदगार प्रकट करते हुये अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा सुमंत गुप्ता ने बैठक में व्यक्त किया।
परिषद की बैठक कैंप कार्यालय में संपन्न हुई जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि रजिस्टर्ड व्यापारियों के प्रतिष्ठानों में छापे जैसे उत्पीडनात्मक कार्रवाई बाजारों में नहीं करनी चाहिये। राजस्व व रोजगार के साधन मुहैया कराने का कार्य भी यही व्यापारी कर रहा है। उन्होंने कहा कि विगत निकाय चुनाव में पूर्णतः समर्थन का कार्य इन्ही व्यापारियों ने किया इसी का परिणाम रहा कि 17 निगमों में भाजपा ने विजय श्री प्राप्त की। 17 में 7 वैश्य समाज ने निगम के चुनाव जीतकर अपना एक वर्चस्व कायम किया। उन्होंने मांग किया कि जीएसटी के सर्वे के व्यापारियों के मध्य तत्काल बंद किया जाये। भारत सरकार के वित्त मंत्री से अनुरोध है कि इसमें हस्तक्षेप करे। व्यापार कर के छापे तत्काल प्रभाव से बंद किये जाये। आगामी लोक सभा के चुनाव में देश के यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी जी को पुनः देश का प्रधानमंत्री बनाने के लिये वैश्य समाज संकल्पित है। बैठक का संचालन परिषद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव विनोद कुमार गुप्ता ने किया। बैठक में प्रमुख रूप् से नरेंद्र गुप्ता, संजीव गुप्ता, चंद्र प्रकाश गुप्ता, शैलेंद्र शरन सिंपल, नारायण गुप्ता, सतीश शिवहरे वेद प्रकाश गुप्ता, अशोक गुप्ता, सतीश शिवहरे, जवाहर जायसवाल, अनीत अग्रहरि, अतुल जायसवाल आदि उपस्थित रहे।