दुल्हन भागी तो दूल्हे ने किया 13 दिन मंडप में इंतजार, पढ़े पूरी कहानी

 

पाली में एक अनूठी शादी हुई, यहां दूल्हे को फेरों के लिए 13 दिन तक मंडप में इंतजार करना पड़ा। कारण था कि जिस लड़की से रिश्ता तय हुआ था, वह अपने नाबालिग प्रेमी के साथ फरार हो गई थी।

1700 किलोमीटर दूर से आए दूल्हे को जब इस बात का पता चला तो वह भी जिद पर अड़ गया कि बिना शादी के तो गांव से जाएगा नहीं। इसी जिद की वजह से वह सेहरा और शेरवानी पहने लड़की के घर बारातियों के साथ बैठ गया।

इधर, दूल्हे की जिद देख बेटी के पिता ने भी बताया कि वह बेटी को चाहे पाताल से ढूंढकर लाएगा, लेकिन लाएगा जरूर।

आखिर 13 दिन बाद जब दुल्हन लौटी तो दोनों ने साथ फेरे लिए।

खूब डांस किया। शादी में भी 300 बाराती आने में ही थे। बेटी की खुशी देख लगा ही नहीं था कि अगले दिन हमारे साथ क्या होने वाला है। उसने भी अहसास नहीं होने दिया कि वह फेरों से पहले बड़ा कदम उठा लेगी।

दूल्हा नाराज हो गया

इधर, बेटी के गायब होने की बात दूल्हे को पता चली तो एक बार वह भी भड़क गया और गुस्सा होने लगा। मुझे भी बुरा लगा क्योंकि दूल्हे और उसके परिवार की तो कोई गलती नहीं थी। इस पर मैंने उससे वादा किया कि ‘चाहे जमीन हो या आसमान, चाहे घर बिक जाए या जमीन, बेटी को आपके साथ शादी करवाकर भेजूंगा, आप इंतजार करो। इसके बाद दोपहर 12 बजे नाणा थाने में दुल्हन की गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज करवाकर दुल्हन की तलाश शुरू की गई।

दूल्हे ने ससुर की बात का रखा सम्मान

मामला इतना बढ़ गया था कि बात मेरी इज्जत पर आ गई। घर पर आई बारात को मैं कैसे जाने देता। दूल्हे को जब भरोसा दिलाया कि उसकी शादी बेटी मनीषा से ही होगी तो वह थोड़ा शांत हुआ और मेरी बात भी मान ली।

मैंने दूल्हे के पिता को हाथ जोड़ कहा कि आप सभी बाराती यहां रुको। इसके बाद दूल्हे और पूरे परिवार ने मेरे यहां डेरा डाला और सभी के रुकने की व्यवस्था की। दूल्हे के साथ 50 बाराती आए थे, इनमें से 25 लौट गए और बाकी मेरे घर पर ही थे।

नाबालिग प्रेमी के साथ गई थी, गुजरात में रिश्तेदार के यहां मिली

बेटी को दोबारा ढूंढने का वादा करने के बाद मैंने पुलिस और गांववालों के साथ बेटी की तलाशी शुरू की। इस दौरान सिरोही के पिंडवाड़ा, सरूपगंज, आबूरोड और पाली जिले के आस-पास गांवों में तलाश ली। इसी बीच पुलिस ने जब नाबालिग के घर पहुंची तो वह भी गायब मिला। पुलिस को यकीन हो गया था कि दुल्हन इसी नाबालिग के साथ है। इस पर उसके मोबाइल नंबर से लोकेशन ट्रेस की। यहां पता चला कि वह गुजरात के विसनगर में है। पुलिस यहां पहुंची तो दुल्हन अपने नाबालिग प्रेमी की बुआ के यहां मिली। यहां से पुलिस उसे डिटेन कर 15 मई को पाली जिले के नाणा थाने में लेकर आई।

नाणा थाने में लड़की ने अपने बयान में घरवालों के साथ जाने की इच्छा जताई और नाबालिग को बेकसूर बताया। इसके बाद 16 मई को धूमधाम से शादी हुई।

दुल्हन 10वीं तक पढ़ी हुई है। वहीं, दूल्हा आंध्र प्रदेश में मिठाई की दुकान पर काम करता है, जो शादी तय होने के बाद गांव आया था।

13 दिन में 35 हजार का खाना और नाश्ता

दुल्हन के पिता के कहने पर दूल्हे और उसके मां-बाप समेत 25 बाराती मौके पर ही रुके रहे।

पहले दिन हलवाई ने खाना बनाया। इसके बाद दोनों पक्ष ही घर में खाना बनाने लगे। दोनों परिवार के घर की महिलाएं सभी लोगों के लिए खाने की व्यवस्था करती। इस दौरान करीब 35 हजार रुपए का खर्च आया।

दूल्हे ने बताया कि मेरे ससुर जी ने जो वादा किया था उसे पूरा किया और इस बात की उन्हें बहुत ज्यादा खुशी है।

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