फतेहपुर। जिला पोषण समिति एवं कन्वर्जेंस विभागों की मासिक समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट महात्मा गांधी सभागार जिलाधिकारी श्रुति की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। पोषण के कन्वर्जेंस से संबंधित सभी बिन्दुओ पर विस्तार से चर्चा की। गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं, किशोरियों, बच्चों को जो पोषाहार वितरण किया गया है, को पोषण ट्रैकर एप में शत प्रतिशत फीड कराना सुनिश्चित करें। साथ ही पीएमएफएस पोर्टल, ई-कवच पोर्टल, बाल पिटारा एप में भी फीडिंग का कार्य समय से पूरा कराये और इसकी परस्पर निगरानी रखने के निर्देश सीडीपीओ को दिए। उन्होंने कहा कि जनपद को कुपोषण मुक्त बनाये जाने की संकल्पना के आवश्यतानुसार कार्ययोजना बनाकर जनपद को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाए। एनआरसी के चिकित्सक और बाल विकास परियोजना अधिकारी आपस मे समन्वय बनाकर ग्राम पंचायतवार कुपोषित/अतिकुपोषित श्रेणी के बच्चों को किस आधार पर मनिटरिंग की गयी है और इनको कैसे सुपोषित किया जा सकता है कि कार्ययोजना बनाकर बच्चों को कुपोषण मुक्त कराये, क्योंकि हमारे समाज के विकास के लिए बच्चों को स्वास्थ होना बहुत ही आवश्यक है। 14 वर्ष की आयु की किशोरियों को पोषण ट्रैकर में नियमानुसार कार्यवाही करके जोड़ा जाए साथ ही आधार वेरिफिकेशन के कार्य भी तेजी से किया जाए। उन्होंने कहा कि चिन्हित सैम, मैम बच्चों को समय से पोषाहार, दवाएं देने के साथ ही अभिभावकों को बच्चों के खान पान पर ध्यान रखने के लिए जागरूक करने के साथ ही निगरानी भी रखे। बीएचएनडी सेशन को रोस्टर के अनुसार चलाया जाए, साथ ही सभी जांचे समय से करायी जाए। उन्होंने कहा कि नवनिर्मित आंगनबाड़ी केंद्रो को संचालित किया जाए, कि फोटोग्राफ भी भेजे। उन्होंने कहा कि जो आंगनबाड़ी केंद्र नए बनाये जा रहे है उनका निर्माण गुणवत्तापूर्ण समय से कार्यदायी संस्थाये कराये और फोटोग्राफ के साथ रिपोर्ट से अवगत कराये। जिला कार्यक्रम को निर्देशित किया कि जो भवन पूर्ण हो गए है उन्हे जल्द से जल्द हैंडओवर कराये। जिन आंगनबाड़ी केन्द्रों में विद्युत संयोजन के लिए स्टीमेट के लिए भेजा गया है का स्टीमेट का कार्य पूर्ण करते हुए विद्युत संयोजन का कार्य पूर्ण कराये। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल, डीसी मनरेगा, डीसीएनआरएलएम, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, बीएसए, डीएचओ, डीएसओ सहित समस्त सीडीपीओ व अन्य संबंधित उपस्थित रहे।