नकल विहीन परीक्षा के दावे फेल, सामूहिक नकल का वीडियो वायरल राज्य इलाहाबाद विश्वविद्यालय की परीक्षा में नकल का मामला पहुंचा राजभवन
फतेहपुर। प्रो. राजेंद्र सिंह रज्जू भैया विश्वविद्यालय की सत्र 2022-23 की 25 अप्रैल से शुरू हुई वार्षिक परीक्षा में विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से नकल विहीन परीक्षा कराए जाने का दावा भले ही किया जा रहा हो लेकिन परीक्षा केंद्र में सामूहिक नकल कराये जाने का वीडियो वायरल होते ही विश्वविद्यालय एव कालेज प्रशासन के सभी दावों की पोल खुल गयी। जनपद में विश्वविद्यालय परीक्षा केंद्र एसएसएस स्वर्गीय परशुराम उमराव कॉलेज आजमपुर गड़वा, अमौली-फतेहपुर में परीक्षा के नाम पर अनियमितता बरती जा रही है। बताते चले कि जनपद में कुल 6 नोडल केंद्र बनाए गए थे, लेकिन नकल विहीन परीक्षा कराने के क्रम में असफल नजर आए। परीक्षा केंद्र के अंदर किसी भी परीक्षार्थी तथा कक्ष निरीक्षक को फोन ले जाने की अनुमति नहीं है जिसके बाद भी इन परीक्षा केंद्र के अंदर परीक्षार्थियों और कक्ष निरीक्षक के द्वारा मोबाइल फोन ले जाकर नियमो का माहौल उड़ाया गया। इतना ही नहीं परीक्षार्थियों ने मोबाइल फोन की मद्द से अपनी उत्तर पुस्तिका लिखी, यहां तक कि कुछ स्पेशल छात्रों को उनके परीक्षा कक्ष से हटाकर एक अलग कक्ष में बैठा कर अध्यापक के द्वारा उत्तर बोले गए। छात्र एक समूह बनाकर मोबाइल फोन की मदद से अपनी उत्तर पुस्तिका लिखते नजर आए। वहीं इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र आश्रय पटेल ने परीक्षा केंद्र एसएसएस स्वर्गीय परशुराम उमराव कॉलेज आजमपुर गड़वा, अमौली का सामूहिक नकल करने का वीडियो वायरल करते हुए बताया कि नकल विहीन परीक्षा कराने के सभी दावे फेल नजर आए। परीक्षा केंद्र का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद हड़कम्प मच गया। केंद्र पर बीएनयू महाविद्यालय नसीरपुर जहानाबाद फतेहपुर, स्वर्गीय परशुराम उमराव कॉलेज आजमपुर गड़वा अमौली-फतेहपुर, चौधरी नरेंद्र प्रताप महाविद्यालय बकेवर आदि कई महाविद्यालयों का परीक्षा केंद्र था जहां पर अपने परीक्षा कक्ष से अलग कक्ष में बैठा कर छात्रों को सामूहिक नकल कराई गई और मोबाइल फोन से उत्तर पुस्तिका में उत्तर लिखाए गए। आश्रय पटेल ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन को नकल होने की कई बार सूचना दी गई लेकिन विश्वविद्यालय की ओर से अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। उन्होंने बताया कि राज्यपाल व यूजीसी अध्यक्ष को पत्र लिखकर मामले की जानकारी देकर कार्यवाही की मांग की है।