वाराणसी जिले के पांच ग्राम प्रधानों को मिला मुख्यमंत्री पंचायत पुरस्कार, ग्रामीणों में खुशी की लहर ,मुख्यमंत्री के प्रति ग्राम प्रधानो ने किया आभार प्रकट

रोहित सेठ 

 

 

 

 

बनारस के आठ क्षेत्र पंचायतों के पांच ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधानों ने चुनाव जीतने के बाद से ही अपने गांव के विकास में चार चांद लगाने वाले ऐसे ग्राम प्रधानों का चयन किया गया जो गांव के विकास के प्रति सच्ची सोच के सबका साथ, सबका विकास की परिकल्पना को लेकर विकास को आगे बढ़ाया। ऐसे अपने पांच ग्राम प्रधानों को लखनऊ स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के जुपिटर हाल में शुक्रवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा वाराणसी जिले के पांच ग्राम प्रधानों को प्रशस्ति पत्र व चेक देकर सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री पंचायत पुरस्कार मिलने की खबर पर भीषमपुर ,जगापट्टी, रसूलपुर , भोपतपुर व ववियांव के ग्रामीणों व क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी

खंड विकास अधिकारी राजेश सिंह ने बताया कि खुले में शौच मुक्त ओडीएफ हो चुके ग्राम पंचायतों के लिए भी मुख्यमंत्री पंचायत प्रशासन पुरस्कार योजना शुरू की गयी है। इस गांव में ओडीएफ के साथ-साथ साफ सफाई के बेहतर इंतजाम, गांव के प्रत्येक बच्चे व गर्भवती का शत-प्रतिशत टीकाकरण, सरकारी विद्यालयों में नियमित एमडीएम, आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को नियमित पोषाहार वितरण की व्यवस्था समेत 32 बिंदुओं पर संतृप्त पंचायतों का चयन किया गया है। सत्यापन टीम चयनित ग्राम पंचायतों की सूची तैयार कर शासन को भेज दी है। सेवापुरी के ग्राम पंचायत भीषमपुर के ग्राम प्रधान राकेश सिंह , जगापट्टी के ग्राम प्रधान घनश्याम सिंह यादव, पिंडरा ब्लाक के ग्राम पंचायत रसूलपुर के प्रधान कैलाश यादव , भोपतपुर के प्रधान मनीष पाण्डेय तथा ववियाँव के ग्राम प्रधान को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार से नवाजा गया। इस कार्य के लिए क्षेत्र के लोगों ने प्रदेश सरकार व जिले के अधिकारियों को हृदय से आभार व्यक्त करते हुए बधाई दी है। इस मौके पर साथ में मेंहदीगंज के ग्राम प्रधान सकील अहमद भी शामिल थे

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