पूर्व की सरकारों ने मछुआ समाज के गौरवशाली इतिहास को किया खत्म

 

रोहित सेठ

वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मत्स्य मंत्री डॉ संजय कुमार निषाद ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप मछली मंडी चंदौली में बन रहा है। भारत की जीडीपी ग्रोथ में 22 फ़ीसदी योगदान मत्स्य का है, जबकि कृषि का 3.1 फीसदी ही हैं। योजनाओं के माध्यम मत्स्य के क्षेत्र में लोगों को रोजगार देने के साथ ही राजस्व में भी वृद्धि हो रहा है। इस वर्ष 06 हजार मछुआरों को निशुल्क साइकिल वितरण मत्स्य विभाग द्वारा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में भारत दुनिया में दूसरे स्थान पर है।

*ओडिसा रेल हादसे कैबिनेट मंत्री ने किया दुख प्रकट

उत्तर प्रदेश के मत्स्य मंत्री डॉ संजय कुमार निषाद शनिवार को सर्किट हाउस में पत्र- प्रतिनिधियों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने ओडिसा मे हुए रेल हादसे पर दुख जताते हुए मृतक परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की साथ हु घायलों के सीघ्र स्वास्थ्य लाभ की ईश्वर से कामना की, उन्होंने कहा कि रेल मंत्री समेत अन्य मंत्री घटनास्थल पर पहुँच चुके हैं, रेल हादसे की उच्चस्तरीय जांच के लिए टीम का गठन कर दिया गया है, भविष्य में ऐसे हादसे ना हो उसके लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।

*मोदी सरकार के 9 वर्ष सेवा सुशासन और गरीब कल्याण को समर्पित रहे-संजय निषाद

उन्होंने भारत सरकार के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 09 वर्ष पूर्ण होने पर कहा कि मोदी सरकार के 9 वर्ष सेवा सुशासन और गरीब कल्याण को समर्पित रहे है। मोदी ही एक मात्र ऐसे प्रधानमंत्री है, जिन्होंने अपने कार्यों का हिसाब जनता के सामने प्रस्तुत किया। मोदी सरकार की लक्षित नीतियों और अंतिम व्यक्तियों तक पहुंच के कारण ही योजनाओं का लाभ शत प्रतिशत सभी को मिल रहा है। यही मोदी सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है। मोदी सरकार ने आधुनिक टेक्नोलॉजी, विजन और कार्यक्षमता के आधार पर हर गरीब तक योजनाओं का लाभ पहुंचाया है। पीएम मोदी के नेतृत्व में विकास कार्य हुए हैं। बीते सालों में परिवारवाद, तुष्टिकरण की राजनीति खत्म हुई है। उन्होंने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार मछुआ समाज के हित मे लगातार कदम उठा रही है,

*मछुआ समाज के सर्वागीण विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाये गए-संजय निषाद

मछुआ समाज के लिए प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना, निषादराज बोट सब्सिडी योजना, सामूहिक दुर्घटना बीमा योजना तथा मत्स्य पालक कल्याण कोष योजना के अन्तर्गत विभिन्न परियोजाओं हेतु आनलाईन आवेदन विभागीय वेबसाइट पर मांगे गए है। श्री निषाद जी ने बताया कि केंद्र सरकार से प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के लिए एक हजार करोड़ रुपये की मांग की गई है। उन्होंने बताया कि मत्स्य पालक कल्याण कोष से मछुआ समाज का उत्थान संभव है क्योंकि इसका सीधा लाभ मछुआ समाज को मिलेगा, योजना के अन्तर्गत सामुदायिक भवन निर्माण, मछुआ आवास निर्माण, दैवीय आपदा में चिकित्सा सहायता, प्रशिक्षण एवं महिला सशक्तिकरण सशक्तिकरण के माध्यम से मत्स्य पालकों एवं मछुआरों को लाभान्वित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारें मछुआ समाज को अछूत समझती थी, उनको केवल 18 फीसदी मछुआ समाज की आबादी का वोट तो चाहिए था, किन्तु उनके विकास और इतिहास के लिए कोई कार्य नही करना था। पूर्व की सरकारों ने मछुआ समाज के गौरवशाली इतिहास को खत्म करने का प्रयास किया किन्तु मोदी और योगी सरकार मछुआ समाज के गौरवशाली इतिहास को पुनर्जीवित करने का कार्य कर रही है। जिसका परिणाम है, प्रयागराज में 56 फ़ीट की प्रभु श्री राम और महाराजा गुह्यराज निषाद जी की प्रतिमा लग गई है, सरयू किनारे अयोध्या और गंगा के किनारे तेलियानाला घाट वाराणसी में भी निषाद राज गुह्य की प्रतिमा लगाने का फैसला भी निषाद समाज के लिए गौरव का विषय है।

*चंदौली मण्डी निर्माण से लगभग 1500 व्यक्तियों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे

मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री मत्स्य योजना अंतर्गत 30 योजनाओं से मछुआरों एवं कमजोर तबके के लोगों का बहुमुखी विकास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विगत वर्ष 85 हजार आवेदन आए थे, 15 हजार लोगों को लाभान्वित किया गया। उन्होंने बताया कि मछुआ कल्याण कोष के द्वारा मछुआरों के बच्चों के पठन-पाठन से लेकर कमजोर तबके के मछुआरों को आवास आदि की व्यवस्था कराई जा रही है। मंत्री डॉ निषाद ने बताया कि जनपद चन्दौली में मत्स्य आयात निर्यात को बढावा देने तथा चन्दौली सहित पूर्वाचल के अन्य जनपदों में उत्पादित मछली का उचित मूल्य मत्स्य पालकों/व्यवसायियों को उपलब्ध होने, क्षेत्र के सामाजिक एवं आर्थिक उत्थान, मत्स्य पालकों के आय को बढाने, रोजगार सृजन, मत्स्य पालन क्षेत्र को बढावा देने, सामुद्रिक मत्स्य उत्पाद की उपलब्धता, मत्स्य से सम्बन्धित निवेश एवं अन्य सामग्रियों की उपलब्धता दृष्टिगत प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना अन्तर्गत स्टेट ऑफ आर्ट होलसेल फिश मार्केट नवीन मण्डी परिषद चन्दौली में बनायी जा रही है। परियोजना की कुल लागत रू0 61.87 करोड़ हैं। परियोजनान्तर्गत होलसेल बिल्डिंग, रिटेल बिल्डिंग, एक्सपेरियेन्स सेन्टर आदि के अन्तर्गत विभिन्न श्रेणी की अत्याधुनिक 111 दुकाने, प्रशासनिक भवन, अन्य बहुउद्देश्यीय अवसंरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। मार्केट में अत्याधुनिक तकनीकों से परिपूर्ण मत्स्य सम्बन्धित सभी घटक यथा थोक/फुटकर व्यापार, रंगीन मछलियों का व्यापार, मत्स्य बीज हेतु आउटलेट, प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना, मत्स्य आहार, मत्स्य रोग निवारक एवं अन्य मत्स्य उत्पादों हेतु आवश्यक इनपुट्स की उपलब्धता एक छत के नीचे संगठित रूप से किया जा सकेगा।मण्डी की स्थापना से वाराणसी मण्डल वाराणसी के साथ-साथ पूर्वाचल के समस्त जनपदों में मात्स्यिकी विकास से खाद्य सुरक्षा, मत्स्य पालकों के मत्स्य उत्पादों का उचित मूल्य, रोजगार के साधन उपलब्ध होगें साथ ही अन्य राज्यों में मत्स्य निर्यात को बढ़ावा मिलेगा।

*स्टेट ऑफ आर्ट होलसेल फिश मार्केट चन्दौली का निर्माण कार्य अगले वर्ष जुलाई तक पूर्ण होगा- डॉ संजय कुमार निषाद

स्टेट आफ आर्ट होल सेल फिश मार्केट परियोजना विगत वर्ष माह मार्च में स्वीकृत हुआ। मण्डी निर्माण कार्य अगले वर्ष 18 जुलाई तक पूर्ण कराने हेतु कार्यदायी संस्था राज्य कृषि उत्पादन मण्डी परिषद को निर्देशित किया गया हैं। मण्डी परिषद द्वारा मण्डी निर्माण का सिविल कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है एवं
वर्तमान अवधि तक होल सेल एवं रिटेल मुख्य भवन के समस्त फुटिंग एवं कालम का कार्य पूर्ण हो गया है तथा ग्राउन्ड लेवल पिलिन्थ बीम का कार्य प्रगति पर है। मण्डी निर्माण से लगभग 1500 व्यक्तियों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। फिश मार्केट पूर्ण क्षमता में संचालित होने पर वार्षिक लगभग 75 हजार मी0टन मछलियों का व्यापार होगा।

Leave A Reply

Your email address will not be published.