68 नर्सिंग कालेजों के 229 छात्रों के प्रवेश अब होंगे रद, बीएससी नर्सिंग में फर्जी दाखिले पर बड़ी कार्रवाई, डीजी मेडिकल एजुकेशन ने जारी किया आदेश
यूपी के आयुष कॉलेजों में फर्जी दाखिले के बाद नर्सिंग कॉलेजों के स्टूडेंट्स से जुड़ा मामला सामने आया हैं। नर्सिंग कॉलेजों ने बड़े पैमाने पर गड़बड़ी कर बीएससी नर्सिंग कोर्स में दाखिले लिए। इनमें वो स्टूडेंट्स भी हैं जो प्रवेश परीक्षा में शामिल नहीं हुए उन्हें भी इन कॉलेजों ने प्रवेश दे दिए।
अब प्रदेश के इन 68 निजी नर्सिंग कॉलेजों के 229 छात्रों के दाखिले रद करने के आदेश जारी हुआ हैं। वही चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय ने इन कॉलेजों को नोटिस जारी कर मामले की रिपोर्ट तलब की है।
सत्र वर्ष 2022-23 में बीएससी नर्सिंग कोर्स में दाखिले के लिए किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय व अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय ने प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया। 24 जुलाई 2022 को प्रवेश परीक्षा में 26,708 विद्यार्थी शामिल हुए। अक्टूबर 2022 से दिसंबर -2022 तक तीन चरणों में हुई प्रवेश काउंसिलिंग आयोजित की गई। काउंसिलिंग कराने का जिम्मा चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय के पास था। राजकीय नर्सिंग कॉलेजों में 1,310 सीटें और 250 निजी नर्सिंग कॉलेजों में 10 हजार 170 सीटें थी। सरकारी कॉलेजों की तो सारी सीटें भर गईं लेकिन निजी नर्सिंग कॉलेजों की सीटें खाली रह गईं। महानिदेशालय की ओर से प्रतीक्षा सूची के साथ मापअप राउंड के लिए अभ्यर्थियों की सूची भेजी, लेकिन 68 निजी नर्सिंग कॉलेजों ने अपने यहां खाली सीटें भरने के लिए 229 ऐसे छात्रों को प्रवेश दे दिया जो प्रवेश परीक्षा में शामिल ही नहीं हुए।
चिकित्सा शिक्षा महानिदेशालय ने गूगल फार्म के माध्यम से प्रवेश परीक्षा, काउंसिलिंग व दाखिला पाए छात्रों का सत्यापन शुरू किया। कई निजी नर्सिंग कॉलेजों ने ब्योरा देने में आनाकानी की। परीक्षाएं आई तो अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय ने बड़ी संख्या में छात्रों के प्रवेश पत्र रोक दिए। हंगामा मचा तो फिर सूची से सत्यापन हुआ और 229 छात्रों के दाखिले निरस्त करने का निर्णय लिया गया। चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक किंजल सिंह की ओर से गलत दाखिला लेने वाले 68 कॉलेजों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए हैं।