लखनऊ के गोमतीनगर इलाके में स्थित सशस्त्र सीमा बल के आवासीय परिसर में सोमवार देर रात करीब 8.20 बजे अचानक आग लग गई। आग परिसर के बी-टू ब्लॉक स्थित कैंटीन में लगी थी। आग की लपटों में पांच सिलिंडर आ गये। तेज धमाके से एक -एक कर सभी फटने लगे। जिससे पूरा इलाका दहल गया। हादसे की सूचना पर पहुंची गोमतीनगर फायर स्टेशन की 6 गाड़ियों ने आग पर करीब एक घंटे में काबू पा लिया। हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है। आग शार्ट सर्किट से लगने की आशंका जाहिर की गई है।
इलाके में सशस्त्र सीमा बल का पृथक 10 मंजिला परिवारिक आवासीय परिसर है। सोमवार रात करीब 8.20 बजे अचानक कैंटीन में आग लग गई। देखते देखते पूरा कैंटीन धू-धू कर जलने लगा। अचानक से परिसर में धुआं और तेज लपटें देख सुरक्षाकर्मियों ने परिसर के लोगों को अलर्ट किया। वहीं फायर कंट्रोल रूम को सब इंस्पेक्टर जीडी नाजीत दास ने सूचना दी।
सूचना मिलने के बाद गोमतीनगर फायर स्टेशन के एफएसओ शिवदरस प्रसाद अपनी टीम लेकर रवाना हुए। एफएसओ के मुताबिक दमकल की दो गाड़ियों ने आग पर आधे घंटे में काबू पाया। टीम ने आग प्रभावित एरिया को दोनों तरफ से घेर लिया गया। आग पर पानी का जेट मारते हुए काबू पाया गया। अधिक धुआं होने के कारण चार मोटर फायर इंजन को हादसा स्थल पर सीएफओ मंगेश कुमार के निर्देश पर मौके पर बुलाया गया।
हादसे की सूचना मिलते ही सीएफओ भी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गये। आग पर काबू पाने के लिए दमकल की छह गाड़ियों का प्रयोग करना पड़ा। एफएसओ गोमतीनगर के मुताबिक हादसे के बारे में कैंटीन प्रभारी एसआई जीडी सीमा ने बताया कि आशंका है कि शार्ट सर्किट से लगी है। फिलहाल जांच की जा रही है।
परिसर में ताबड़तोड़ धमाके की आवाज सुनकर परिसर के फ्लैट में रहने वाले जवानों के परिवार बाहर भागने लगे। करीब चार सौ से अधिक परिवार इस परिसर में रहता है। परिसर में बाहर निकलने पर कैंटीन में आग लगने की जानकारी हुई।
अग्निशमन कर्मियों के साथ ही एसएसबी के जवानों ने आग पर काबू पाने में मदद करने लगे। परिसर में रहने वाले जवानों के मुताबिक कैंटीन रोज की तरह शाम छह बजे बंद हो गई थी। अचानक रात में आग लग गई। अंदर पांच रसोई गैस के सिलिंडर रखे थे। जो तेज धमाके के साथ फट गये।