फतेहपुर। कहने को भले ही जनपद का रेलवे स्टेशन ए श्रेणी घोषित कर दिया गया हो रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधा भी उसी श्रेणी के अनुसार होने की बात कही जा रही है लेकिन उसी रेलवे स्टेशन से होकर प्रतिदिन हजारों लोगों के आने जाने वाले परिसर में यात्रियो की सुरक्षा भगवान भरोसे है। रेलवे स्टेशन पर अन्ना मवेशियो का न सिर्फ कब्ज़ा है बल्कि मवेशियों का विचरण यात्रियों की सुरक्षा के लिये ख़तरा बना हुआ है। अन्ना मवेशियों का झुंड रेलवे स्टेशन पर गंदगी फैलाने के अलावा यात्रियों के लिये दुर्घटना का सबब भी बन सकता है।
रेलवे स्टेशन पर आने वाली किसी ट्रेन के अचानक हॉर्न बजने या तेज़ गति से निकलने वाली किसी रेल के इंजन की गड़गड़ाहट के बीच कोई मवेशी भड़क जाए और तेज़ी से भागने लगे जिसकी वजह प्लेटफार्म पर मौजूद यात्रियों में छोटे बच्चे या बुजुर्ग होते हैं गिरकर घायल हो सकते है। मवेशियों के झुण्ड के रेलवे ट्रैक पर पहुँचने की वजह से रेल हादसे जैसी घटनाएं भी हो सकती है। जिससे सैकड़ो जिंदगियां दांव पर लग सकती है। यात्री सुरक्षा के नाम पर प्रतिवर्ष रेलवे करोड़ो रूपये खर्च करती है लेकिन रेलवे के ही चंद कर्मियों की लापरवाही की वजह से अन्ना मवेशी न सिर्फ बिना रोक टोक रेलवे स्टेशन परिसर तक पहुँच जाते है बल्कि रेलवे के प्लेटफार्म पर ट्रेनों की प्रतीक्षा कर रहे यात्रियों के बीच विचरण करने लगते है। असहज होकर लोग रेलवे कर्मियों के प्रति अपनी नाराजगी प्रकट करते है। लापरवाह कर्मियों की वजह से सरकार के नवरत्नों मे शामिल रेलवे विभाग की छवि धूमिल हो रही है।