फतेहपुर। घरों से निकलने वाला गंदा पानी जिसे शायद ही कोई छूना भी नहीं पसंद करता लेकिन इसी गंदे पानी का ज़हर सब्ज़ियों के रूप में आपके व आपको बच्चो के शरीर पहुंच कर उन्हें बीमार बना रहा है।
लोगों के घरों से निकलने वाला गंदा पानी नालियों से होते हुए बड़े नालों में पहुंचता है इन्ही नालों बहते हुए पानी की सिंचाई से उगाई गई सब्ज़ियां जिन्हें हम बड़े चाव से खाते हैं। इन सब्जियों को खाने से शरीर बीमारियों के चपेट में आ रहा है। सदर क्षेत्र के रहने वाले लोगों के घरों से निकलने वाला गंदगी व सिल्ट वाला पानी नालियों के ज़रिए वर्मा चौराहा नाले के ज़रिए बेरुईहार व मदारीपुर कलां पहुंचता है। ससुर खदेरी नदी में गिरता है। ससुर खदेरी नदी के रास्ते मे नाले के किनारे पड़ने वाले अनेक ग़ांव में इसी प्रदूषित पानी को पम्पिंग सेटों के ज़रिए खेतों की सिंचाई कर सब्ज़ियां उगाई जा रही हैं। गंदे पानी में अनेक हानिकारक तत्व होते हैं जो लोगों की सेहत बिगाड़ने के लिये काफी होते हैं। इसी गंदे प्रदूषित पानी से सींचकर उगाई गई सब्ज़ियां कहीं न कहीं सेहत के लिये हानिकारक हैं। वहीं जानकारों की माने तो शहरों में गंदे पानी को नदियों तक पहुंचने से रोकने के लिये वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जाता है। शहर के गंदे पानी को ससुर खदेरी नदी तक पहुंचने से रोकने के लिये भी प्लांट बनवाने की अनेक बार मांग होने के बाद भी आज तक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट शुरू नहीं कराया गया। जिसकी वजह से किसान प्रदूषित पानी से सिंचाई करने को मजबूर हैं।
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