मुन्ना बक्श ब्यूरो चीफ
बाँदा। शहर के जरैली कोठी मुहल्ले में पेयजल की भारी किल्लत है। जल संस्थान की घोर लापरवाही सामने आई है।
इस तरह की भीषण गर्मी में लोग बूंद बूंद पीने के पानी को तरस रहे हैं । जरैली कोठी मुहल्ले वासियों ने बताया कि अपनी प्यास बुझाने के लिए खुद के पैसों से 600 रूपए का प्राईवेट पानी का टैंकर मंगवाते हैं जल्दी जल्दी बर्तनों में जो पानी भर लिया बाकी टैंकर भी बचा हुआ पानी वापस लेकर चला जाता है।
जरैली कोठी निवासी भगवानदीन निषाद ने बताया कि लगातार कई सालों से इस मुहल्ले में पानी की गम्भीर समस्या बनीं हुई हैं । उन्होंने बताया कि गर्मी में हर हमेशा पानी की दिक्कत रहती है। पानी की समस्या को लेकर उच्च अधिकारियों को एप्लीकेशन दिया गया। साथ ही बताया कि भारतीय जनता पार्टी के जलशक्ति राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश रामकेश निषाद आए थे तब उनको भी अवगत कराया गया है लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।
ट्यूबवेल ऑपरेटर कामता प्रसाद और उसके सहयोगी की मिलीभगत से मुहल्ले वासियों को पानी नहीं मिल रहा है। ट्यूबवेल ऑपरेटर कामता प्रसाद का कहना है कि बारी बारी से पानी छोड़ा तो जाता है पहुंचे या न पहुंचे। ऊंचाई की वजह से न पहुंचता होगा।
कई वर्षो से संबंधित अधिकारियों से पानी की समस्या को लेकर शिकायत की जा रही है
लेकिन कोई भी सुनने को तैयार नहीं है।
विकलांग जनों को भी भारी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है । विकलांग चन्द्रपाल ने बताया कि आपरेटर को कहते है कि पानी खोल दीजिए तो ट्यूबवेल आपरेटर मना करते हुए कहता है कि पानी नहीं खोला जाएगा जेई को फोन करो तब खोला जाएगा।
मोहल्ले वासी 600 रूपए खर्च करके प्राइवेट पानी का टैंकर मंगाने को मजबूर हैं। मोहल्ले वासियों ने यह भी बताया कि जेई सें शिकायत करने पर जेई ने बताया की नदी में पानी नहीं है तो यहां पानी कहां से आएगा ।
जिम्मेदारों के गैरजिम्मेदाराना रवैया से जरैली कोठी मुहल्लेवासी आक्रोशित हैं पेयजल की समस्या को लेकर लोग बाग कभी भी धरना प्रदर्शन कर सकते हैं ।