पति-पत्नी ने डेड बॉडी पार्ट्स बेच करोड़ों कमाए, हड्डियां-खाल बेची, सिर की कीमत 80 हजार,अफ्रीका में इंसानी मांस बेच चुका है चीन

 

 

अमेरिका की प्रतिष्ठित हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। यहां कई वर्षों से मुर्दों की खरीद-फरोख्त हो रही थी। इस काम में यहीं का एक स्टाफ कपल शामिल था।

पति-पत्नी हार्वर्ड के मेडिकल स्कूल के मुर्दाघर से डेड बॉडीज के अंग चुराकर बेच रहे थे। लेकिन अब उनका भंडाफोड़ हो गया है। दोनों पर मुकदमा चलाया जा रहा है। इसके लिए उन्हें 15 साल की सजा हो सकती है।

रिसर्च के लिए दान में मिले शव के अंग ऑनलाइन बेचे

बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक सेड्रिक लॉज नाम का शख्स हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के मुर्दाघर में मैनेजर था। यहां पूरे अमेरिका से दान किए मुर्दों को लाया जाता था।

यहीं पर सेड्रिक अपनी पत्नी डेनिश के साथ मिलकर डेड बॉडीज के पार्ट्स चुरा लेता था।

उन बॉडी पार्ट्स को पति-पत्नी ऑनलाइन बेचते थे। देश भर में उनका नेटवर्क फैला हुआ था। रिपोर्ट्स के मुताबिक मुर्दों के अंग को चुराने का यह काम कई सालों से चल रहा था।

सिर, हड्डियां, स्किन और मांस तक बेचा

सेड्रिक और उसकी पत्नी लाश से उन्हीं अंगों को चुराते थे, जिसकी ब्लैक मार्केट में ऊंची कीमत हो। दोनों आमतौर पर लाश से सिर, हड्डियां, स्किन और मांस निकाल कर बेचा करते थे।

कई बार सेड्रिक अपने ग्रहकों को मुर्दाघर भी बुलाता था और लाश से उनकी जरूरत का पार्ट्स निकालकर बेचता था।

डरावनी गुड़िया बनाने वाली महिला ने खरीदा लाश का चेहरा

चार्जिंग स्टेटमेंट के मुताबिक सेड्रिक ने साल 2020 में मैकलीन नाम की महिला को एक लाश के चेहरे की स्किन बेची थी। इसके लिए मैकलीन ने सेड्रिक को लगभग 50 हजार रूपए दिए।

चौंकाने वाली बात यह भी है कि शुरुआती जांच में पता चला है कि मैकलीन एक दुकान चलाती है। जिसमें डरावने खिलौने बनाए और बेचे जाते हैं।

ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि मैकलीन लाश के चेहरे का इस्तेमाल करती हो।

मैकलीन डॉल में खून का इस्तेमाल करती थी। इसलिए भी इसका शक गहरा रहा है कि मैकलीन असली मुर्दे के बॉडी पार्ट्स से ही डरावनी गुड़िया बनाया करती थी।

80 हजार रूपए में बिकता था इंसान का सिर

सेड्रिक और उसकी पत्नी के पास से एक और ग्राहक की डिटेल मिली है। इसमें कई ऑनलाइन पेमेंट भी शामिल हैं। ऐसे ही एक पेमेंट में लिखा था कि ‘सिर नंबर 7 के लिए 1 हजार डॉलर’।

जिसके आधार पर बताया जा रहा कि इससे पहले भी सेड्रिक ने कम से कम 6 लाशों के सिर बेचे थे और प्रत्येक सिर के लिए 1 हजार डॉलर यानी लगभग 80 हजार रुपए लिए।

सेड्रिक सिर्फ इस ग्राहक से ही पिछले 4 सालों में 50 लाख रूपए से ज्यादा की डील कर चुका था। इन बॉडी पार्ट्स का इस्तेमाल पारंपरिक दवाइयां बनाने और गैर-कानूनी रिसर्च में होता था।

कई जगह लोग शौकिया रूप से भी अपने घर या फॉर्म हाउस में इंसानी खोपड़ी सजाना चाहते थे। वहां भी इसे ऊंची कीमत पर बेचा जाता।

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