बारिश से कमरे की दीवार गिरने से मलबे दबे मिले पति-पत्नी और बेटी के शव

 

 

बिपरजॉय बीतने के बाद जालोर में अब तबाही का मंजर सामने आ रहा है। बाढ़ के दौरान खेतों से संपर्क इतना कट गया कि वहां हुई जनहानि का तीन दिन बाद पता चल रहा है। मंगलवार शाम को एक चरवाहा अपने मवेशियों को लेकर खेत की तरफ गया तो उसे बदबू आई।

लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तो खेत में बने कमरे में 3 लोगों के शव मिले, जबकि इनका मंदबुद्धि बेटा नहीं मिला है।

डीएसपी रतनाराम देवासी ने बताया कि बिशनगढ़ थाना क्षेत्र के मूडी निवासी अर्जुनसिंह राजपूत, पत्नी पवन कंवर, बेटी सोम कंवर और बेटे के साथ लंबे समय से खेत में रह रहा था।

उसने खेत पर ईंटों का कमरा बनाया हुआ था। 17 जून की रात को बिपरजॉय तूफान के दौरान परिवार कमरे के अंदर सो रहा था। तेज हवा और बारिश के दौरान कमरे की दीवार गिर गई और पति-पत्नी और बेटी की मलबे में दबने से मौत हो गई।

डीएसपी ने बताया कि मंगलवार देर शाम को एक चरवाहा खेतों की तरफ गया था तो उसको बदबू आई। जब उसने देखा तो कमरे के मलबे में शव दबा नजर आया। इस पर उसने आसपास के लोगों को जानकारी दी तो आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए।

डीएसपी ने बताया कि लोगों की सूचना पर बिशनगढ़ थानाधिकारी बाबूलाल मौके पर पहुंचे और मलबे को हटाना शुरू किया। मंगलवार रात को मलबे की खुदाई में अर्जुनसिंह, उनकी पत्नी और उनकी बेटी के शव मलबे में दबे मिले। बताया जा रहा है कि 3 दिनों से शव मलबे में दबे होने के कारण बदबू आने लगी थी।

बदबूदार स्थिति में कड़ी मशक्कत के बाद देर रात को शव निकाले जा सके। डीएसपी ने बताया कि अर्जुन सिंह का मंदबुद्धि बेटा भी इनके साथ ही रहता था, लेकिन वो नहीं मिला। पुलिस ने तीनों शव को जिला अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया है।

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