कानपुर के स्वरूप नगर स्थित शोर लाउंज एंड बार में छेड़खानी के विरोध में दो पक्षों में जमकर मारपीट और बवाल हुआ। रइसजादे पुलिस के सामने भी नहीं थमे और गाली-गलौज, जमकर बदसलूकी करते रहे। पुलिस ने कड़ी मशक्कत से पुलिस ने पांच लोगों को मौके से हिरासत में लिया। पीड़ित पक्ष की तहरीर पर 15 लोगों के खिलाफ छेड़खानी, लूट, मारपीट समेत अन्य गंभीर धाराओं में FIR दर्ज की। लेकिन, स्वरूप नगर पुलिस ने चंद घंटे में ही लूट की धारा हटाकर आरोपियों को थाने से ही जमानत पर छोड़ दिया। इसको लेकर पीड़ित पक्ष में आक्रोश है, उन्होंने स्वरूप नगर थानेदार की शिकायत पुलिस कमिश्नर से की है।
पुलिस के सामने भी रइसजादे करते रहे बदसलूकी और हंगामा
स्वरूपनगर स्थित शोर लाउंज एंड बार में बुधवार देर शाम एक कारोबारी अपनी पांच महीने की गर्भवती पत्नी का जन्मदिन सेलिब्रेट करने परिवार और दोस्तों के साथ पहुंचे थे। डांस करने के दौरान कारोबारी के पत्नी की सहेली को एक युवक ने गलत तरीके से छूने का प्रयास किया। विरोध करने पर भी नहीं मानें। गाली-गलौज और धक्का-मुक्की शुरू कर दी। पीड़िता ने बताया कि वह 5 महीने की गर्भवती है। इसके बाद भी आरोपियों ने उसे धक्का दिया और उसकी दोस्त को कुर्सी खींचकर मारी। इसके बाद दबंग टूट पड़े और मेरे साथ ही मेरे पति, उनके दोस्त और उनकी पत्नी, साथ में मौजूद अन्य लोगों को बिगड़ैल लड़कों ने जमकर पीटा। इस दौरान किसी ने सोने का ब्रेसलेट भी छीन लिया।
सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तो इसके बाद भी युवकों का हंगामा-बवाल नहीं थमा। अभद्रता और गाली-गलौज करते रहे। पुलिस ने कड़ी मशक्कत से 5 लोगों को हिरासत में लिया। पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात 15 लोगों के खिलाफ छेड़खानी, मारपीट, लूट समेत अन्य गंभीर धाराओं में FIR दर्ज की।
लूट की धारा हटाकर थाने से दी जमानत
महिला सुरक्षा को लेकर पुलिस भले ही लाख दावे करती है, लेकिन बार में मारपीट के मामले में पीड़ित महिलाओं को ही छह घंटे थाने में बैठाया गया। ये आरोप महिलाओं ने खुद लगाए हैं। आरोप है कि पुलिस तहरीर बदलने का दबाव बनाती रही। इसके बाद भी महिलाएं पीछे नहीं हटी तो पुलिस ने छेड़खानी और लूट जैसी गंभीर धाराओं में FIR दर्ज कर ली, लेकिन चंद घंटे में ही जांच करके लूट की धारा हटा दी। इसके बाद आरोपियों को थाने से जमानत पर छोड़ दिया गया।
सीसीटीवी में पूरी वारदात हुई कैद
ACP अकमल खान ने बताया कि मामले में पीड़ित की तहरीर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। बार में छेड़खानी के विरोध में मारपीट की पूरी घटना सीसीटीवी में कैद है। जांच के दौरान लूट का आरोप निराधार पाया गया। इसके चलते लूट की धारा हटाकर आरोपियों को थाने से जमानत दी गई।