खागा/फतेहपुर। समाजवादी पार्टी ने जिला कार्यकारिणी का गठन करते हुए तहसील क्षेत्र की हुसैनगंज विधानसभा से शैलेंद्र यादव तथा खागा विधानसभा क्षेत्र से आलमपुर गेरिया क्षेत्र के डॉ अफसर अली को विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी है। लोकसभा चुनाव के सन्निकट होने के मद्देनजर समाजवादी पार्टी के इन पदाधिकारियों को सबसे पहले बूथ कमेटियों के गठन की महती जिम्मेदारी निभानी होगी। उधर पूर्व विधायक मोहम्मद सफीर पूरे तन, मन, धन से समाजवादी पार्टी के साथ खड़े हैं। उनके अनुसार इधर उधर जाने का सवाल ही नहीं। कमेटी के गठन के साथ ही समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए कमर कसना शुरू कर दिया है।
समाजवादी पार्टी की ओर से हर बूथ को जिताऊ बूथ के रूप में बदलने की कवायद की जा रही है और इसके लिए पीडीए पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक मुसलमानों को एक साथ लाने के फार्मूले के अंतर्गत काम कर रही है। खागा विधानसभा क्षेत्र में अफसर अली की सबसे बड़ी चुनौती होगी कि वे आगामी लोकसभा चुनाव में मुस्लिम समाज को समाजवादी पार्टी में कितना एकजुट कर पाते हैं। हुसैनगंज विधानसभा क्षेत्र यादव एवं मुस्लिम डोमिनेटेड क्षेत्र माना जाता है। यहां से सपा की विधायक भी हैं। विधानसभा अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार यादव पहले भी विधानसभा अध्यक्ष के रूप में कार्यभार देख चुके हैं। इस समय जबकि समाजवादी पार्टी पूरी ताकत से हर बूथ को जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही है, दोनों विधानसभाओं के अध्यक्ष कितना कारगर होते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सक्रिय भूमिका निभाना भी दोनों अध्यक्षों के लिए जरूरी होगा। आगामी लोकसभा चुनाव में सपा को लीड दिलाना अध्यक्षों के लिए चुनौती होगी।
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सपा ही उनकी पार्टी है: सफीर
खागा/फतेहपुर। समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक मोहम्मद सफीर ने समाजवाद से अलग राजनीति करने की खबर का खंडन करते हुए कहा कि यह उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। विज्ञप्ति के अनुसार पूर्व विधायक मोहम्मद सफीर समाजवादी पार्टी के साथ पूरी तरह खड़े हैं। बताया गया कि कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्हें किसी प्रकार की सूचना नहीं दी गई। वे इस समय अस्पताल में थे लेकिन वे अपने बेटे को सम्मेलन में अवश्य भेजते। पुराने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा जरूर की जा रही है लेकिन वे समाजवाद और समाजवादी पार्टी के साथ पूरी तरह खड़े हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ही उनके नेता हैं। उधर युवा सपा नेता यासिर सफीर ने बताया कि कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्हें भी सूचना नहीं दी गई। उन्होंने इस बात का खंडन किया है कि वे समाजवाद का रास्ता छोड़ रहे हैं। उनका पूरा परिवार समाजवादी पार्टी में है और आगे भी रहेगा।
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पटेल समाज को सपा में जोड़ना होगी चुनौती
खागा/फतेहपुर। खागा विधानसभा क्षेत्र में धाता बेल्ट और उसके आस-पास पटेल समाज की अच्छी खासी संख्या है। अधिकतर पटेल समाज भाजपा के संकटमोचक के नाम से जाना जाता है। पड़ोस की सिराथू विधानसभा से डा. पल्लवी पटेल के विधायक बनने के बाद वैसे इस समाज का रुझान समाजवादी पार्टी की ओर जरूर हुआ है लेकिन कुल मिलाकर कुर्मी क्षत्रिय भाजपा के बड़े वोट के रूप में माने जाते हैं। समाजवादी पार्टी से अगर नरेश उत्तम पटेल लोकसभा प्रत्याशी होते हैं तो यह देखना दिलचस्प होगा कि उन्हें इस क्षेत्र में अपने समाज का कितना समर्थन मिल पाता है।