भाजपा के राज्यसभा सांसद हरद्वार दुबे का रविवार देर रात निधन हो गया। 74 साल की उम्र में दिल्ली के एक अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। हरद्वार दुबे का जन्म 1 जुलाई 1949 को बलिया के हुसैनाबाद में हुआ था। लंबे समय से वह आगरा में राजनीति में सक्रिय थे। उनके बेटे प्रांशु दुबे ने बताया कि रविवार शाम अचानक सीने में दर्द होने के बाद उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया था। देर रात उन्होंने अंतिम सांस ली।
हरद्वार दुबे आगरा कैंट से दो बार वह विधायक रहे थे। साल 2020 में उनको राज्यसभा सांसद बनाया गया था। वह कल्याण सिंह सरकार में वित्त राज्य मंत्री थे। सीतापुर, अयोध्या और शाहजहांपुर में RSS के जिला प्रचारक भी रहे हैं।
साल 1969 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री बनकर हरद्वार दुबे आगरा आए थे। 1983 में वे पहली बार आगरा महानगर इकाई के मंत्री बने। इसके बाद महानगर अध्यक्ष बने। 1989 में आगरा कैंट से पहली बार चुनाव लड़ा और जीते। 1991 में भी कैंट से जीते। 2005 में वह खेरागढ़ विधानसभा से उपचुनाव लड़े, जिसमें हार का सामना करना पड़ा था। 2011 में प्रदेश प्रवक्ता और 2013 में प्रदेश उपाध्यक्ष भी रहे।
हरद्वार दुबे के निधन पर सीएम योगी ने दुख जताया है। उन्हाेंने सोशल मीडिया पर लिखा, “राज्यसभा सांसद और पूर्व मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार हरद्वार दुबे का निधन अत्यंत दुखद है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। प्रभु श्रीराम दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।”