एमआरएफ सेंटर में संवेदनशीला से करायें कूड़े की छटाई: एडीएम – सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ अभियान चलाकर लोगों को करें जागरूक – सरकारी अस्पतालों से निकलने वाले जैव अपशिष्ट का करें निरीक्षण
फतेहपुर। जिला पर्यावरणीय एवं गंगा सुरक्षा समिति की बैठक कलेक्ट्रेट स्थित महात्मा गांधी सभागार में अपर जिलाधिकारी (वित्त/राजस्व) विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, कंस्ट्रक्शन वेस्ट, ई-वेस्ट, जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन के निस्तारण की प्रगति की बिन्दुवार समीक्षा की।
उन्होने कहा कि एमआरएफ सेंटर में कूड़े की छटाई संवेदनशीलता से कराए और समय से कूड़े का उठान कराया जाये। साथ ही निगरानी बनाए रखे। नगर पालिका एवं नगर पंचायत के सभी अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित किया कि सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए लोगों को इसके प्रयोग न करने हेतु जागरूक करें। साथ ही दुकानों में छापेमारी कर जब्तीकरण की कार्यवाही की जाये और सड़क किनारे व नाले-नालियों की पालीथीन एकत्र कराई जाये ताकि पानी का जमाव न हो सके। सिंगल यूज प्लास्टिक से पर्यावरण को किस प्रकार खतरा पैदा होता है उससे लोगों को जागरूक करें। जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन के अंतर्गत जैव चिकित्सा अपशिष्ट का निस्तारण किया जा रहा है, उसका निरीक्षण समय-समय पर कराएं। सरकारी अस्पतालों से निकलने वाले जैव अपशिष्ट का भी निरीक्षण किया जाये साथ ही पैनी निगाह भी बनाए रखे। उन्होनें कहा कि वन महोत्सव के लिए जिन विभागों को पौधरोपण हेतु गड्डे तैयार करने का लक्ष्य दिया गया है, शेष बचे हुए गड्डे की खुदाई फौरी तौर पर करा लें। ग्राम पंचायतों में एक हजार पौधो का ग्राम वन व शहरी क्षेत्रों में पांच हजार पौधो का नन्दन वन बनाए जाने हेतु गड्डे की खुदाई का कार्य जल्द से जल्द पूर्ण करते हुए रिपोर्ट से अवगत कराए। उन्होंने गंगा सुरक्षा समिति की बैठक में कहा कि गंगा के किनारे के ग्रामो में गंगा स्वच्छता के बारे में जागरूकता अभियान चलाए और घाटों की समय समय सफाई कराते रहे। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) धीरेन्द्र प्रताप, डीएफओ रामानुज त्रिपाठी, जिला विकास अधिकारी प्रमोद सिंह चंदरौल, जिला कृषि अधिकारी बृजेश सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी नवल किशोर, नमामि गंगे जिला संयोजक शैलेन्द्र शरन सिम्पल सहित सभी नगर पंचायत एवं नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।