हजरत इब्राहिम अ. की सुन्नत अदा कर मनाया जाता ईदुल अजहा पर्व – कुर्बानी के दौरान बहुसंख्यक भाईयों की श्रद्धा का रखें ख्याल: काजी शहर – पनी स्थित बंदगी मिया की मस्जिद में सुबह 7.30 बजे होगी नमाज
फतेहपुर। इस्लामी अकीदे के मुताबिक साहिबे निसाब (मालदार) मुस्लिम समाज के लोग हर साल अल्लाह तआला कीं खुशनुदी हासिल करने के लिए और उसकी मगफीरत व रहमतों का फैज लेने के लिए हज़रत इब्राहिम अलैहिस्सलाम की सुन्नत को अदा करते हुए ईदुल अज़हा का त्योहार मनाते हैं। यह बात काज़ी शहर कारी फरीद उद्दीन कादरी ने कही।
उन्होने जनपदवासी मुस्लिम भाईयों से अपील किया कि ईदुल अज़हा का त्योहार आपसी भाईचारे के साथ मनायें। कुर्बानी के दौरान अपने पड़ोसी व शहरी दीगर बिरादराने वतन यानी बहुसंख्यक भाइयों की श्रद्धा का पूरा ध्यान रखें। कुर्बानी के लिए प्रतिबंधित पशुओं की ओर ध्यान न लगाकर गैर प्रतिबंधित पशुओं कीं कुर्बानी भी खुलेआम न करें। गोश्त के आदान प्रदान में बंद थैलों का इस्तमाल करें। कोई ऐसा काम न करें जिससे दूसरे बिरादराने वतन के ज़ज्बात को ठेस पहुंचे और अपनी बस्ती व शहर का अमनो अमान खराब हो। काज़ी शहर श्री कादरी ने कहा कि घरों पर की जाने वाली कुर्बानी के अपशिष्ट व अवशेष (फुजलात व बाकेयात) रोड पर घरों से बाहर न फेंकें बल्कि दफना दें या नगर पालिका के इंतेजाम का इन्तजार करें। अपने आसपास शहर व देहात में आपसी भाईचारा बनाए रखें। जरूरत पड़ने पर स्थानीय प्रशासन का साथ दें। उन्होंने कहा कि ईदुल अज़हा की नमाज़ 29 जून गुरुवार को जमा मस्जिद बंदगी मिया मोहल्ला पनी में 7.30 बजे अदा की जाएगी।