खिलौने खेलने की उम्र में नोटो की गड्डियों से खेलते दिखे थानाध्यक्ष के बच्चे,कप्तान ने थानाध्यक्ष को किया लाइन हाजिर…
थानाध्यक्ष के बच्चो की 500-500 रुपये के नोटो की गड्डियों करीब 14 लाख कैश के साथ फोटो हुवी थी वायरल
उन्नाव- खिलौने खेलने की उम्र में बच्चे नोटो की गड्डियों से खेलते दिखे जनपद के बेहटा मुजावर थाने में तैनात थानेदार के घर में बच्चों द्वारा नोटों की गड्डियों से खेलने का फोटो वायरल होने से प्रशाशनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया। इसमें बच्चों के साथ उनका परिवार लाखों रुपये की नोटों की गड्डियों से खेलते और फोटो खिंचवाते दिख रहे हैं। नोटो की गड्डियों की कीमत लगभग 14 लाख रुपये बताई जा रही हैं। हालांकि पुलिस कप्तान ने मामले को संज्ञान में लेकर बेहटा मुजावर थानाध्यक्ष को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया और सीओ बांगरमऊ को जाँच सौंप दी है।
जनपद में सुबह से ही फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। जिनमें बच्चे और एक महिला बेड पर पांच-पांच सौ के नोटों की दर्जनों गड्डियों से खेलते दिख रहे हैं। वायरल फ़ोटो में बच्चों के साथ पूरा परिवार देखा जा सकता है। बताया जा रहा है। जनपद के बेहटा मुजावर थाने में तैनात थानाध्यक्ष उपनिरीक्षक रमेश चंद्र साहनी के घर पर करीब 14 लाख के 500 -500 के नोटो की गड्डिया खेलते परिवार की फ़ोटो वायरल होने से जनपद के प्रशाशनिक अधिकारियों के हाथपाओ फूल गए। वही वायरल फ़ोटो को संज्ञान में लेकर पुलिस अधीक्षक सिदार्थ शंकर मीणा बेहटा मुजावर थाना प्रभारी रमेश चंद्र साहनी पर बड़ी कार्यवाही करते हुए लाइन हाजिर कर दिया और मामले की जांच सीओ बांगरमऊ को सौंप दी है।
*इंस्पेक्टर के पास इतना कैश कहा से आया*
जनपद के सीमावर्ती बेहटा मुजावर थाने में तैनात थानाध्यक्ष उपनिरीक्षक रमेश चंद्र साहनी करीब दो साल से जनपद में पोस्ट है। 29-06-2023 शुक्रवार की सुबह परिवार और बच्चो की 500- 500 की नोटो की गड्डियों की एक फोटो वायरल होने से जनपद में चर्चा का विषय बन गयी लोगो मे सवाल उठने लगा कि इतने संख्या में इतना कैश कहा से आया फिल हाल पुलिस अधीक्षक ने कार्यवाही करते हुए थानाध्यक्ष को तत्काल लाइन हाज़िर करते हुए बांगरमऊ सीओ पंकज सिंह को जाँच के आदेश दिए है।
*क्या बोले उपनिरीक्षक रमेश चन्द्र*
जब हमारे सवांददाता ने उपनिरीक्षक रमेश चंद्र से बात की तो उन्होने कहा कि यह फोटो 2 साल पुरानी है घर बनवाने के लिए पैसे रखे हुए थे कुछ पैसे लोन लिया था और कुछ पैसे उधार लेकर घर बनानवे जा रहे थे पता नही कब और कैसे यह पैसे बच्चों के हाथ लग गए और उन्होंने फोटो खींच ली।