मुंब्रा:नेहाल हसन। सपा प्रदेश अध्यक्ष अबू आसिम आजमी के आदेश पर समाजवादी पार्टी ठाणे की सभी इकाइयों को भंग कर दिया गया है। कलवा-मुंब्रा विधानसभा क्षेत्र समेत ठाणे की सभी बेसिक एवं प्रकोष्ठ की कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया है। कार्यकारिणी भंग होने से कलवा मुंब्रा विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष मोहम्मद कलीम जामई व यूथ अध्यक्ष मोहम्मद कलीमुल्ला खान उर्फ कलीम के अलावा अब्दुर रहीम अबू तालिब उर्फ बादशाह अपने अध्यक्ष पद पर अब नहीं रहे इस तरह की जानकारी मुंब्रा के स्थानीय नेताओं ने दी है। सपा सुत्रों के मुताबिक ठाणे की इकाइयों को भंग करने का मुख्य कारण यह तीन नाम बताया जा रहा है कलवा- मुंब्रा विधानसभा अध्यक्ष कलीम जामई व यूथ अध्यक्ष कलीमुल्ला उर्फ कलीम और ठाणे ग्रामीण अध्यक्ष अब्दुर रहीम उर्फ बादशाह, क्योंकि इन तीनों ने जब से अपना- अपना अध्यक्ष पद संभाला है तब से ही विवादों में रहे हैं। बताया जाता है कि मोहम्मद कलीम जामई व मोहम्मद कलीमुल्ला खान उर्फ कलीम और अब्दुर रहीम अबू तालिब उर्फ बादशाह इन तीनों ने अध्यक्ष बनने के लिए बहुत ही उत्साहित थे।,लेकिन जैसे ही इन्हें अलग -अलग अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई वैसे ही अपने- अपने निजी कामों में व्यस्त हो गए और पार्टी को ओर जरा भी ध्यान नहीं दिया। जिसके कारण ठाणे की सभी इकाइयों को मजबूरन भंग करना पड़ा। सपा सुत्रों के मुताबिक कलीम जामई ने जब से कलवा मुंब्रा विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष पद पर विराजमान हुए थे तबसे ही इनका एक कदम मुंब्रा में तो दुसरा कदम उनके पुस्तैनी गांव यूपी में रहता था। यह भी बताया जाता है कि कलीम जामई के अध्यक्ष बनते ही मुंबई के पार्टी हाईकमान कलवा मुंब्रा विधानसभा क्षेत्र की पार्टी को मजबूत बनाने के लिए एक स्कार्पियो गाड़ी के साथ सत्तर हजार रुपए हर माह दिया जा रहा था।, लेकिन जामई चमचमाती स्कार्पियो गाड़ी और सत्तर हजार रुपए हर माह कैस पाकर पार्टी को मजबूत बनाने के बजाय अपने उल जलूल हरकतें करने और ऐस में लग गए थे। बताया जाता है कि कलीम जामई अध्यक्ष पद पर बैठते ही अपनी कमेटी तो नहीं बना पाए लेकिन अपने हिसाब से रेवड़ी की तरह अपने उच्च पदाधिकारियों को ही नियुक्ति पत्र बांटना शुरू कर दिया और नियुक्ति पत्र लेने वाले पदाधिकारी भी इतने उत्साहित हो जाते थे वह यह भी नहीं देखते थे कि उन्हें पत्र दे कौन रहा है, पत्र देने वाले और लेने वाले दोनों को राजनीति की जरा भी सुझ बुझ नहीं थी। ठाणे महानगर इकाइयों को भंग करते ही कलीम जामई को दी गई गाड़ी भी खींच ली गई और साथ ही 70 हजार रुपए भी देना बंद कर दिया गया। वहीं कलवा मुंब्रा विधानसभा क्षेत्र के यूथ अध्यक्ष कलीमुल्ला उर्फ कलीम ने जब से अध्यक्ष पद का कार्यभार संभाला है तब से हर किसी को फुटपाथ कब्जा कर बाकडा बना कर सभी को कमाने का सलाह देने पर लगे थे। बताया जाता है कि पिछले तीन माह बीते रमजान माह से डायघर परिसर में स्थित दोस्ती के सामने मुख्य सड़क की फुटपाथ पर कब्जा कर तीन चार बाकडे लगवाकर भाड़ा वसूल कर रहे हैं और हर किसी को फुटपाथ कब्जा कर वसूली करके घर चलाने की सलाह देने में लगे हैं। वहीं बादशाह के बारे में बताया जाता है कि इन्होंने अपना ज्यादातर समय अध्यक्ष पद पाने में लगा दिया और जब इन्हें ठाणे ग्रामीण अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई तब से यह भी गायब हो गए दुर्बीन से देखने के बाद भी कहीं दिखाई नहीं दे रहे थे। इन्हीं सब कारणों के कारण मुंबई सपा प्रदेश अध्यक्ष व विधायक अबू आसिम आजमी के आदेश पर ठाणे व ठाणे महानगर की सभी इकाइयों को भंग कर दिया गया है। वहीं ठाणे शहर की सभी इकाइयों को भंग करने के साथ ही पुनः ठाणे शहर अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मोहम्मद मोअज्जम खान उर्फ मामा को सौंप दी गई है, मोअज्जम मामा को पार्टी भंग करने के पहले ठाणे शहर अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, लेकिन ठाणे की इकाइयों को भंग करने के बाद भी मामा को उनके पद पर बरकरार रखा गया है। वहीं कलवा मुंब्रा विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष पद के लिए सरर्गमी तेज हो गई है, लेकिन प्रबल दावेदार पूर्व मुख्य महासचिव अब्दुल मन्नान शेख को माना जा रहा है। वहीं सैकड़ों सपाईयों का मानना और कहना है कि मन्नान शेख में छमता है पार्टी को मजबूत बनाने और सभी सपाईयों को साथ लेकर चलने और कलवा मुंब्रा विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष पद को संभालने की इसलिए शेख को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी जानी चाहिए।