जोधपुर में बड़ा हादसा, बस-जीप की भिड़ंत में एक ही परिवार के 4 लोगो की हुई मौत; पाँचवे ने इलाज़ के दौरान तोड़ा दम, एक साथ सभी का हुआ अंतिम संस्कार
राजस्थान के जोधपुर के बोरानाड़ा थाना इलाके में शनिवार को भांडू के पास हुए सड़क हादसे में तीन भाइयों और उनके एक दोस्त की मौत हो गई। इस हादसे में घायल हुए एक और बुजुर्ग ने रविवार को दम तोड़ दिया। इस हादसे में कुल 5 लोग जान गंवा चुके हैं।
रविवार को एक साथ तीन भाइयों और उनके दोस्त की अंतिम यात्रा निकली तो हर किसी की आंखें नम हो गईं।किसी को विश्वास नहीं हो रहा था कि हर समय साए की तरह साथ रहने वाले चारों एक साथ इस दुनिया को अलविदा कह देंगे। सिलावटा के श्मशान में चारों दोस्तों का अंतिम संस्कार पास-पास चिता बनाकर किया गया।
शनिवार को हादसे से पहले चारों ने गांव में हथाई (सभा) की थी। यहां काफी देर तक बातचीत करते रहे। इसके बाद डॉक्टर के रिटायरमेंट कार्यक्रम में जाने का प्लान बनाया।
हमेशा साथ रहने, खाने-पीने, गप-शप करने और हर गुरु पूर्णिमा पर शिकारपुरा स्थित आश्रम में भजन-कीर्तन में शामिल होने वाले 5 बुजुर्गों ने एक साथ दुनिया को अलविदा कह दिया।
जोधपुर के सिलावटा गांव में सन्नाटा है। बच्चे-बच्चे की जुबान पर बुजुर्गों की दोस्ती की दास्तान है। बाजार में जब खबर फैली कि पटेल भाइयों की टोली का एक्सीडेंट हो गया तो तुरत-फुरत बाजार बंद हो गए। जिसे पता चला वह एमडीएम हॉस्पिटल की तरफ दौड़ा। दो दिन से बाजार बंद है।
भांडू के पास शनिवार शाम करीब 4 बजे बस-जीप की भिड़ंत में 4 बुजुर्गों की मौत हो गई थी, जबकि गंभीर घायल भूराराम का इलाज एम्स अस्पताल में चल रहा था। रविवार को दोपहर 3 बजे भूराराम ने भी दम तोड़ दिया।
जीप हादसे में जान गंवाने वाले पांचों मृतकों में तीन भाई थे और दो उनके दोस्त थे। सभी की उम्र 60 से 70 के बीच थी। सभी एक ही परिवार के थे और बोरानाडा के सिलावटा गांव में रहते थे। इनमें से दो सगे भाई थे। एक चचेरा भाई था और बाकी दो पड़ोसी थे।
शनिवार को हादसे में 4 लोगों की मौत के बाद भूराराम पटेल एम्स में जिन्दगी के लिए जंग लड़ रहे थे। उनकी रविवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। परिजन श्रवण पटेल ने बताया सभी सामाजिक कार्यक्रमों में एक साथ ही जाते थे। एक ही गाड़ी से पहुंचते थे। सभी में बहुत अच्छी ट्यूनिंग थी।
पिछले 15 साल से दयाराम (64) पुत्र लक्ष्मण राम पटेल, नवला राम (70) पुत्र भीकाराम, त्रिलोक राम पटेल (68), दलाराम (65) पुत्र भीखाराम और भूराराम रोजाना एक साथ बैठकर सुबह की चाय पीते थे।
शनिवार को सुबह 10 बजे पांचों दोस्त जीप से सिलावटा से बासनी थाना इलाके के धुंधाड़ा गांव में अपने शिष्य नर्सिंग अधीक्षक के रिटायरमेंट कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे। जीप त्रिलोकराम पटेल चला रहे थे। शिष्य के यहां पहुंचकर सभी ने खूब हंसी-मजाक किया।
वहां से जीप से सभी लोग वापस सिलावटा लौट रहे थे। शाम 4 बजे के करीब सामने से आ रही एक प्राइवेट बस से जीप की भिड़ंत हो गई।
हादसे में जान गंवाने वाले नवलाराम एयरफोर्स से मेकेनिकल विंग से रिटायर हुए थे। इसके बाद वे सिलावटा गांव में ही रहते थे। घर के सभी बुजुर्ग सबसे सीनियर भाई नवलाराम के साथ रोजाना सुबह की हथाई (सभा) करते थे। सुबह की चाय इसी बैठक में आया करती थी। चाय पीते हुए सभी आपस में गपशप करते थे।
परिजनों का कहना है कि कभी ऐसा दिन नहीं गया कि ये लोग साथ नहीं बैठे हों। दिन का भोजन भी अक्सर साथ ही किया करते थे।
शनिवार को गांव के भांजे धन्नाराम का धुंधाड़ा गांव में रिटायरमेंट कार्यक्रम था। धन्नाराम को इन्हीं बुजुर्गों ने पढ़ाया था। 30 जून को वे उमेद हॉस्पिटल से नर्सिंग अधीक्षक पद से रिटायर हुए थे। इनका कुछ दिन पहले ही धुंधाड़ा स्वास्थ्य केंद्र से उमेद हॉस्पिटल में ट्रांसफर हुआ था। रिटायरमेंट के बाद धुंधाड़ा में भी कार्यक्रम रखा गया था। शनिवार को इस कार्यक्रम में ये पांच बुजुर्ग भी पहुंचे थे।
अंतिम संस्कार में पहुंचे लोगों ने बताया की रिटायरमेंट कार्यक्रम से वापस लौटते समय 2 और रिश्तेदार भी इनके साथ जाने वाले थे, लेकिन वहां मौजूद लोगों ने रोक लिया। हथाई (सभा) में बैठने की बात को लेकर रिश्तेदार वहीं रुक गए थे।
रविवार को सिलावटा गांव में अंतिम यात्रा निकली। उन्हें जानने वाले लोगों ने कहा- इन्हें हमेशा साथ ही देखा, आज भी सभी साथ ही जा रहे हैं।
परिजनों ने बताया कि घर के ये बुजुर्ग धार्मिक कार्यक्रमों में आगे रहते थे। वे हर पूर्णिमा को शिकारपुरा स्थित संत राजाराम महाराज आश्रम साथ जाते और पूर्णिमा की रात शिकारपुरा में भजन कीर्तन किया करते थे। सोमवार को गुरु पूर्णिमा के कार्यक्रम में भी हिस्सा लेने सभी लोग रविवार की शाम को शिकारपुरा जाने वाले थे।
हादसे की सूचना मिलने के बाद सिलावटा गांव में बाजार बंद हो गए। शनिवार को बंद हुए बाजार रविवार को नहीं खुले। अंतिम संस्कार में लूणी के पूर्व विधायक जोगाराम पटेल, वेटनरी कॉउंसिल अध्यक्ष डॉ. राकेश चौधरी, पीसीसी सचिव श्रवण खुडाला, कांग्रेस नेता राजेश गहलोत, अखिल भारतीय आंजणा महासभा राष्ट्रीय अध्यक्ष जोगाराम चौधरी, पटवारी भगवानराम पटेल सहित अनेक प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस प्रशासन के अधिकारी शामिल हुए।