फतेहपुर। एचएमआई व रेडक्रास सोसाइटी के संयुक्त तत्वाधान में प्रातः दस बजे जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी डॉ अमरीश चंद्रा के मार्गदर्शन में होम्योपैथी के जन्मदाता डॉ क्रिश्चियन फ्रेडरिक सैमुएल हैनीमैन की 180 वीं पुण्यतिथि पर जिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी कार्यालय परिसर में स्थापित डॉ हैनीमैन की प्रतिमा की सर्वप्रथम रेडक्रास सोसाइटी के चेयरमैन व यूथ आइकॉन डॉ अनुराग श्रीवास्तव व उनके सहयोगियों द्वारा स्वच्छता व धुलाई की गई तत्पश्चात माल्यार्पण व विधिवत पूजा अर्चना की गई।
डॉ अनुराग ने जिला चिकित्सालय के महिला वार्ड में सभी मरीजों को फल व बिस्कुट का वितरण किया गया। इस अवसर पर डॉ हैनीमैन जी के जीवनवृत्त व उनके कृतित्व को याद किया। डॉ हैनीमैन एमडी एमबीबीएस थे और उन्हें कई भाषाओं का ज्ञान था। वह अनुवाद करते थे। अनुवाद करते समय ही उन्होंने देखा कि कुनैन मलेरिया को ठीक करती है और यदि इसे किसी स्वस्थ व्यक्ति को दिया जाये तो उसमें मलेरिया के लक्षण उत्पन्न हो जाते हैं। यहीं से इन्होंने होम्योपैथी विधा की खोज की और सिद्धान्त दिया सिमिलिया सिमेलिबस क्यूरेटर अर्थात समान ही समान की दवा है। आज उनकी दी गई इस विधा से पूरे विश्व में लोग लाभान्वित हो रहे हैं इसलिए उनके जन्मदिन 10 अप्रैल को विश्व होम्योपैथिक दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर होम्योपैथिक मेडिसिन बोर्ड के सदस्य डॉ शिवप्रसाद त्रिपाठी, प्रमुख सहयोगी रेडक्रास सोसाइटी के आजीवन सदस्य सुरेश श्रीवास्तव, अभिनव श्रीवास्तव, गुरमीत सिंह उपस्थित रहे।