राजस्थान के जोधपुर में एक मां अपने दो बेटों को लेकर ट्रेन के आगे कूद गई। घटना के बाद उनके शव ट्रैक पर बिखर गए। लोको पायलट ने ट्रेन रोकी और तीनों के शवों को मंडोर स्टेशन पहुंचाया।
घटना मंडोर थाना इलाके के मंडलनाथ ट्रैक सोमवार सुबह 9.15 बजे के करीब हुई। महिला का नाम निरमा (25) है। वह मथानिया थाना इलाके के उम्मेदनगर की रहने वाली है। पति का नाम सुरेश विश्नोई है। निरमा ने अपने बेटे कार्तिक (7) और विशाल (3) को लेकर सुसाइड कर लिया।
दोनों बच्चों को लेकर निरमा मंडलनाथ ट्रैक पर आई और वहां ओटीसी के पास खड़ी हो गई। महिला ने ट्रेन का इंतजार किया। सुबह 9.15 बजे फलोदी की ओर से मालगाड़ी आते देख उसने दोनों बच्चों का हाथ पकड़ा और ट्रेन के आगे कूद गई।
ट्रेन की टक्कर से तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।
हादसा होते ही लोको पायलट ने ट्रेन रोक दी। आस-पास लोगों की भीड़ जुट गई। मृतकों के शवों को ट्रेन में रखकर घटना स्थल से मंडोर स्टेशन लाया गया। मौके पर पहुंचे आरपीएफ के एएसआई गजेन्द्र यादव ने बताया कि घटना 9 बजकर 15 मिनट पर हुई थी।
तीनों के शव राजकीय हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाए गए हैं। रेलवे पुलिस का कहना है कि निरमा ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया, यह जानकारी परिजन देंगे। फिलहाल घटना की सूचना मिलने के बाद करवड़ थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई।