पावर हाउस की केबल डैमेज होने से अंधेरे में डूबा कलेक्ट्रेट – जनरेटर धड़ाम होने से उभस भरी गर्मी में मोबाइल की रोशनी में काम निपटाते दिखे कर्मचारी – प्रातः नौ बजे से दोपहर दो बजे तक विद्युत रही गुल
फतेहपुर। आबूनगर विद्युत उपकेंद्र की केबल डैमेज होने से जहां कई क्षेत्रों की विद्युत गुल रही वहीं इसकी चपेट में कलेक्ट्रेट भी आ गया। मंगलवार को प्रातः नौ बजे से दोपहर दो बजे तक विद्युत गुल रही। जनरेटर ने भी साथ छोड़ दिया। जिससे कर्मचारियों को मोबाइल की रोशनी में उमस भरी गर्मी के बीच काम निपटाते हुए देखा गया। दोपहर दो बजे के बाद विद्युत बहाल हो सकी।
बताते चलें कि इन दिनों शहर क्षेत्र में विद्युत कटौती अपने चरम पर है। कहीं केबल में फाल्ट हो रहा है तो कहीं मुहल्लों के ट्रांसफार्मर में तकनीकी खराबी आ रही है। जिसके चलते लगभग एक सप्ताह से विद्युत की आवाजाही कमोबेश सभी मुहल्लों में हो रही है। जिसके चलते लोगों को उमस भरी गर्मी में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। विद्युत विभाग के कर्मचारी फाल्टों को दुरूस्त करने में भी लगे हुए हैं लेकिन एक फाल्ट को दुरूस्त करते ही दूसरा फाल्ट हो रहा है। जिससे यह समस्या और बढ़ गई है। उधर आबूनगर विद्युत उपकेंद्र की बात की जाये तो यहां केबल डैमेज होने से कई क्षेत्रों की विद्युत गुल हो गई। साथ ही इसकी चपेट में कलेक्ट्रेट परिसर भी आ गया। कलेक्ट्रेट की विद्युत मंगलवार की प्रातः नौ बजे से गुल हो गई। कार्यालय खुलने के बाद विद्युत न आने पर कर्मचारियों ने जनरेटर को चालू किया लेकिन कुछ देर चलने के बाद उसने भी साथ छोड़ दिया। जिससे कलेक्ट्रेट परिसर में बने सभी विभाग अंधेरे में डूब गये। कर्मचारी उमस भरी गर्मी से बेहाल दिखे। पसीने से तर-बतर कर्मचारी कलेक्ट्रेट के जरूरी कार्यों को मोबाइल की रोशनी में निपटाते हुए देखे गये। सुबह से ही पावर हाउस के कर्मचारी केबल को दुरूस्त करने में लगे रहे। दोपहर दो बजे के बाद केबल के दुरूस्त होने पर विद्युत व्यवस्था बहाल हो सकी। तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली। इस बाबत जब जेई पंकज से बात की गई तो उन्होने बताया कि पावर हाउस की केबल डैमेज हो गई थी। जिसके चलते प्रातः नौ बजे से विद्युत नदारत थी। कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत करके केबल को दुरूस्त करके दोपहर दो बजे विद्युत बहाल कर दी।