वाराणसी: आम और हरी सब्जियों के बाद दुबई के शेख अब काशी के कटहल का स्वाद चखेंगे। पहली बार दो क्विंटल पके हुए कटहल की मांग है। अगले सप्ताह परवल, बोड़ा और कटहल भेजने की तैयारी है। बीते तीन साल में लंदन, दुबई जैसे देशों में सब्जियों का निर्यात तेजी बढ़ा है।
आम, जामुन, भिंडी, लौकी, कुंदरू, बैगन, नेनूआ, तोरई, हरी मिर्च, मटर, सूरन के निर्यात के बाद कटहल की मांग की गई है। ढाई साल में 70 टन तक सब्जियों का निर्यात कर चुके निर्यातक किसान हौसला प्रसाद ने बताया कि पहली बार दुबई से पके हुए कटहल की मांग आई है। चार किलों के गोल आकार के कटहल की मांग है। जिले में कुछ किसानों के पास गिने चुने पेड़ हैं। लेकिन सभी निर्यात के मानकों को पूरा नहीं कर पा रहे। कुछ किसानों से के यहां कटहल पकाने का काम किया जा रहा है अगले सप्ताह भेजने की तैयारी है।
उद्यान अधिकारी सुभाष कुमार ने बताया कि जिले में कटहल के पौधे कम हैं। इसका क्षेत्रफल बढ़ाने की तैयारी है। जिले के सभी विकास खंड में दो हेक्टेयर क्षेत्रफल में अच्छी प्रजाति के कटहल के पौधे लगाने का लक्ष्य मिला है। इसके लिए किसानों को अनुदान भी दिया जाएगा।