ओवर ब्रिज होने के बाद भी रेल लाइन पार करते यात्री – दुर्घटनाओं को लेकर संजीदा नहीं दिखती आरपीएफ व रेल प्रशासन

खागा/फतेहपुर। रेलवे स्टेशन पर ओवरब्रिज है फिर भी लोग रेल लाइन पार करने से बाज नहीं आते हैं। आए दिन रेलवे लाइन पार करते हुए यात्री देखे जाते हैं। यात्रियों द्वारा रेलवे लाइन पार करने वालों को न तो आरपीएफ जागरूक करती है और न ही उनके खिलाफ कार्रवाई करती है। यही कारण है कि यात्रियों का मनोबल लगातार बढ़ा हुआ है। जिसके चलते यात्री रेलवे लाइन पार करके स्टेशन पर पहुंचते हैं। हालांकि खागा रेलवे स्टेशन पर दो प्लेटफार्म है। जिसके लिए एक करोड़ की लागत से ओवर ब्रिज का निर्माण किया गया है लेकिन यात्री ओवर ब्रिज का इस्तेमाल करने के बजाए रेल लाइन को पार कर प्लेटफार्म पर जाते हैं। सबसे ज्यादा यह नजारा सुबह व शाम को देखने को मिलता है जब ट्रेनों के आने-जाने का समय होता है। ऐसे में ही ट्रेन की चपेट में आने का डर बना रहता है। वही खागा स्टेशन पर देखा गया है कि ओवर ब्रिज पर काफी तादाद में बंदरों का झुंड इकट्ठा रहता है जिससे आने जाने वाले यात्रियों को उसका भय बना रहता है। बंदरों को भगाने के लिए रेलवे प्रशासन बिल्कुल भी संजीदा दिखाई नहीं पड़ता है। आरपीएफ हाथ पर हाथ धरे बैठे अपने कमरों में कैद नजर आता है।
इनसेट-
होनी चाहिए कार्रवाई
बुंदेलखंड राज्य समिति के केंद्रीय अध्यक्ष प्रवीण पांडेय व समाजसेवी मृगांक दीक्षित का कहना है कि रेलवे पुलिस को भी स्थानीय पुलिस विभाग की तरह सुरक्षा सप्ताह मनाना चाहिए। रेल लाइन पार करने वाले दैनिक यात्रियों को जागरूक करना चाहिए तथा समय-समय पर कानूनी कार्रवाई कर मुकदमे भी दर्ज करने चाहिए। मामले में स्टेशन अधीक्षक शशि कुमार ने बताया कि रेल लाइन पार करने वाले लोगों को आरपीएफ समय-समय पर जागरूक करती है इसके लिए बकायदा अनाउंसमेंट भी कराया जाता है कि दैनिक यात्री रेल लाइनों के बजाय ब्रिज से प्लेटफार्म पर जाएं लेकिन लोग मानते नहीं हैं।

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