न आलाकत्ल, न साक्ष्य और न ही खून के निशान फिर भी हत्या: सिर पर घाव आंख पर चोट; पढ़े पूरी ख़बर

 

फर्रुखाबाद जिले के कमालगंज थाना क्षेत्र के गांव मीठापुर निवासी धर्मेंद्र कुमार (48) की सोमवार रात धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। मंगलवार सुबह करीब 5 बजे पुत्री रवीना ने घर के आंगन में चारपाई पर धर्मेंद्र का शव पड़ा देखा था। धर्मेंद्र की पत्नी फूलश्री कन्नौज जिले के छिबरामऊ के अलीदापुर निवासी भतीजे अनूप के घर गई थीं।

पति की मौत की खबर सुनकर वह घर पहुंची थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। मंगलवार शाम पांचालघाट पर धर्मेंद्र के शव को मौसेरे भाई मुनेश्वर ने मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार किया। रात में कुछ पुलिसकर्मी धर्मेंद्र के घर सुरक्षा की दृष्टि से तैनात रहे।

दूसरे दिन बुधवार को पुलिस की टीम गांव में चक्कर लगाती रही। धर्मेंद्र की हत्या के एक दिन बीत जाने के बाद भी उनका भतीजा पुष्पेंद्र घर नहीं पहुंचा। उसका नंबर मंगलवार सुबह से बंद बता रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि उसके भतीजे को 5-6 दिन पहले गांव में देखा गया था।

धर्मेंद्र की हत्या में उसके ही किसी करीबी का हाथ होने की बात सामने आ रही है। घटना से जुड़े कई अहम सुराग पुलिस के हाथ लग चुके हैं। पुलिस मामले के खुलासे के लिए तेजी से जुटी है। वहीं ग्रामीणों के मुताबिक पुलिस ने गांव में देर रात तक जागने वाले युवकों की सूची बनाई।

उनसे भी पूछताछ की जा सकती है। थानाध्यक्ष राजेश राय ने बताया कि मामले में जांच पड़ताल की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को पकड़ कर खुलासा किया जाएगा। धर्मेंद्र की हत्या करने के बाद उसका शव घर के आंगन में पेड़ के नीचे चारपाई पर पड़ा मिला। घटनास्थल पर खून और हत्या में प्रयोग की गई वस्तु नहीं मिली।

घटना से पहले धर्मेंद्र सोमवार शाम करीब सात बजे खेत से हरी मिर्च तोड़ कर घर ले गया था। रवीना ने बताया कि पिता ने मिर्चा देते हुए कहा कि इन्हें साफ कर दो, दूसरे दिन सुबह मंडी में बेचने जाऊंगा। इसके बाद वह खाना खाकर घर से निकल गए। मंगलवार सुबह आंगन में उनका शव मिला। घटनास्थल के पास ही मिर्ची सूखती रह गईं।

धर्मेंद्र के शव को कब्जे में लेने के बाद पुलिस ने मौत का कारण स्पष्ट कराने के लिए पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सक ने बताया कि सिर पर वजनदार नुकीली वस्तु से प्रहार करने से मौत होने की बात सामने आई है। सिर पर दो घाव हुए व चेहरे पर आंख के ऊपर चोट का एक निशान पाया गया।

धर्मेंद्र का शव घर के आंगन में पेड़ के नीचे चारपाई पर पड़ा मिला। घटनास्थल पर खून और हत्या में प्रयोग की गई वस्तु नहीं मिली। ग्रामीणों का कहना है कि चारपाई पर बिछे बिस्तर बरसात से गीले हो गए थे, लेकिन धर्मेंद्र के कपड़े सूखे मिले। इससे आशंका जताई गई कि दूसरे स्थान पर हत्या कर शव को घर पर लाया गया।

धर्मेंद्र की पुत्री रवीना ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इसमें बताया कि उसके पिता सोमवार रात करीब नौ बजे घर के आंगन में सो रहे थे। वह कमरे में सो रही थी। मंगलवार सुबह करीब पांच बजे वह जागकर बाहर गई, तो पिता मृत अवस्था में पड़े थे। सिर पर भारी वस्तु मारकर हत्या की गई।

धर्मेंद्र के बड़े भाई शिवसरन की भी कई वर्षों पहले गोली मारकर परिवार के लोगों ने हत्या कर दी थी। मामले में ग्रामीड़ो ने बताया कि धर्मेंद्र के बड़े भाई हरीराम की बीमारी से मौत के बाद उनकी पत्नी को परिवार का युवक भगा ले गया था। जब शिवसरन ने इसका विरोध किया तो युवक ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी।

 

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